हरियाणा के फरीदाबाद में सिलेंडर से लीक हुई गैस से घर की किचन में आग लग गई। जिसके बाद सिलेंडर ने भी आग पकड़ ली। जिससे बाप और बेटा-बेटी के साथ सिलेंडर ठीक करने आया कर्मचारी भी झुलस गया।
चारों को गंभीर हालत में नागरिक अस्पताल लाया गाया। मगर, हालत गंभीर होने पर चारों को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया है। गनीमत रही कि सिलेंडर नहीं फटा, वर्ना बड़ा हादसा हो सकता था।
शुरूआती जांच में पता चला कि कर्मचारी ने एयर प्रेशर निकालने के बहाने पेचकस से सिलेंडर की नोजल दबाकर गैस निकाली। इसके बाद लाइटर जला दिया। इस दौरान मालिक ने रोकने की कोशिश भी की। इसी वजह से आग लग गई।
आग लगने के बाद पड़ोसियों ने उन्हें बचाया। जिसके बाद पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। घर के मालिक ने गैस एजेंसी के कर्मचारी पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
नया सिलेंडर लाए, गैस नहीं आ रही थी
फरीदाबाद के सारन थाना इलाके में रहने वाले जबका ने बताया- कुछ दिन पहले राज गैस एजेंसी से वह नया गैस सिलेंडर लेकर आए थे। शुक्रवार की शाम को उन्होंने नया गैस सिलेंडर किचन में चूल्हे पर फिट कर दिया। रेगुलेटर ऑन करने के बावजूद उसमें से गैस बाहर नहीं आ रही थी।
एजेंसी में फोन किया, कर्मचारी ठीक करने आया इसके बाद उन्होंने राज गैस एजेंसी में फोन किया। एजेंसी ने निर्मल नाम के कर्मचारी को भेज दिया। जबका के मुताबिक उसने वहां आकर कहा कि गैस सिलेंडर के ऊपर एयर प्रेशर बन गया है। इसी वजह से रेगुलेटर ऑन करने पर भी सिलेंडर से चूल्हे में गैस नहीं आ रही। पहले सिलेंडर के ऊपर हिस्से में जमा एयर प्रेशर निकालना होगा, इसके बाद सिलेंडर चलेगा।
पेचकस से नोजल दबाकर गैस निकाली इसके बाद उसने पेचकस से सिलेंडर की नोजल दबा दी। जिससे सिलेंडर के अंदर से कुछ गैस बाहर निकल गई। फिर उसने चूल्हे का रेगुलेटर जोड़ दिया। घर के मालिक के मुताबिक तब तक किचन में गैस की बदबू आने लगी थी। कर्मचारी के ठीक करने के लिए निकाली गैस किचन में भर गई थी।
मालिक की बात नहीं मानी, कर्मचारी ने माचिस जलाई जबका के मुताबिक कर्मचारी ने कहा कि अब चूल्हे में सिलेंडर से गैस आ जाएगी। गैस की बदबू को देखते हुए उन्होंने उसे रोका कि अंदर गैस भरी हुई है। पहले उसे बाहर निकलने दे, फिर माचिस जलाए लेकिन कर्मचारी ने माचिस जला दी। इससे वहां जमा गैस ने आग पकड़ ली।
किचन में खड़े चारों लोग झुलसे, पड़ोसियों ने बाहर निकाला घर के मालिक के मुताबिक गैस की वजह से आग एकदम भड़क गई। जिससे वह खुद, उसकी बेटी पायल, बेटा सचिन और एजेंसी का कर्मचारी निर्मल भी झुलस गया। आग लगते ही उन्होंने चिल्लाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर आसपास के लोग पहुंचे और उन्हें बाहर निकाला।
कर्मचारी बोला- किचन छोटी थी, बाहर नही निकला प्रेशर गैस एजेंसी के कर्मचारी निर्मल ने हादसे को लेकर कहा- घर का किचन काफी छोटा था। जब उसने सिलेंडर को चेक करने के लिए पेचकस की मदद से गैस सिलेंडर को खोला तो गैस का प्रेशर बाहर नही निकाल पाया। इसके बाद चूल्हा जलाने के लिए उन्होंने माचिस जलाई तो रसोई में फैली एलपीजी गैस ने आग पकड़ ली। पुलिस कर्मचारी श्याम सुंदर ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।