सैफ अली हमला केस-तीनों टुकड़े एक ही चाकू के निकले:​​​​​​​फोरेंसिक रिपोर्ट में खुलासा, पुलिस बोली- जमानत दी तो आरोपी बांग्लादेश भाग जाएगा

एक्टर सैफ अली खान पर हुए हमला केस में आरोपी शरीफुल इस्लाम की जमानत याचिका पर शुक्रवार को मुंबई की एक कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस ने फोरेंसिक साइंस लैब (FSL) रिपोर्ट में बड़ा खुलासा किया।

पुलिस ने कोर्ट में बताया कि आरोपी से बरामद टुकड़ा, वारदात की जगह से मिला हिस्सा और सैफ की रीढ़ की हड्डी से निकला टुकड़ा, तीनों एक ही चाकू के हैं। आरोपी के खिलाफ मजबूत सबूत हाथ लगे हैं। जल्द ही चार्जशीट दाखिल की जाएगी। आरोपी को जमानत मिली, तो वह बांग्लादेश भाग सकता है।

आरोपी की ओर से दाखिल जमानत याचिका में कहा गया था कि FIR झूठी है और जांच पूरी हो चुकी है, सिर्फ चार्जशीट दाखिल होना बाकी है। मामले की अगली सुनवाई 9 अप्रैल को होगी।

सैफ अली खान पर 15 जनवरी को उनके घर सतगुरु शरण अपार्टमेंट में घुसकर हमला हुआ था। इसके बाद सैफ खुद अस्पताल पहुंचे थे। उन्हें हाथ, रीढ़ की हड्डी और पीठ पर चोटें आई थीं। इलाज के बाद एक्टर को 21 जनवरी को डिस्चार्ज किया गया। पुलिस ने 2 दिन बाद बांग्लादेशी नागरिक शरीफुल इस्लाम को गिरफ्तार किया था।

आरोपी की जमानत अर्जी के विरोध में मुंबई पुलिस 3 तर्क यदि आरोपी को जमानत पर रिहा किया जाता है तो…

  1. वह कोर्ट में पेश नहीं होगा। उसने गंभीर अपराध किया है। पुलिस के पास आरोपी के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं।
  2. ऐसी संभावना है कि शिकायतकर्ता और गवाहों को लालच दे। सबूतों से छेड़छाड़ भी कर सकता है।
  3. इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि वह बार-बार ऐसे अपराध करेगा।

    FSL रिपोर्ट में तीनों टुकड़े एक ही चाकू के होने का दावा पुलिस के मुताबिक, इन टुकड़ों को पहले एक मेडिकल अफसर के पास जांच के लिए भेजा गया था। उनकी रिपोर्ट में साफ कहा गया कि ये सभी टुकड़े एक ही हथियार के हैं। इसके बाद तीनों हिस्सों को मुंबई के कालिना स्थित FSL लैब में केमिकल एनालिसिस के लिए भेजा गया। FSL की रिपोर्ट में भी यही पुष्टि हुई कि तीनों टुकड़े उसी एक चाकू के हैं।

    मेडिकल रिपोर्ट में 5 जगह मिले चाकू के घाव एक्टर सैफ अली खान को पांच जगहों पर चाकू घोंपा गया था। उनको पीठ, कलाई, गर्दन, कंधे और कोहनी पर चोटें लगी थीं। उन्हें उनके दोस्त अफसर जैदी ने ऑटो रिक्शा में मुंबई के लीलावती अस्पताल पहुंचाया था। सैफ की मेडिकल रिपोर्ट से यह पता चला है।

    रिपोर्ट में कहा गया है, ‘चोटों का आकार 0.5 सेंटीमीटर से लेकर 15 सेमी तक है। हमले की रात सैफ के दोस्त अफसर जैदी उन्हें सुबह 4:11 बजे लीलावती अस्पताल ले गए और औपचारिकताएं पूरी कीं।’

    5 दिन बाद डिस्चार्ज हुए सैफ, रीढ़ के करीब था चाकू 15 जनवरी की रात करीब ढाई बजे सैफ पर चाकू से हमला किया गया था। सैफ के गले और रीढ़ की हड्‌डी में गंभीर चोटें आई थीं। सैफ ऑटो से लीलावती अस्पताल पहुंचे थे, जहां उनकी सर्जरी हुई और इलाज चला था।

    सैफ अली खान को हमले के 5 दिन बाद मंगलवार को लीलावती अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था। सैफ अली खान को लीलावती अस्पताल से करीब 15 मिनट में घर पहुंचे थे। इस दौरान वे सड़क पर लोगों का हंसकर अभिवादन करते हुए दिखे थे। जब वे घर पहुंचे तो खुद ही कार से उतरकर बिल्डिंग के अंदर गए। सैफ व्हाइट शर्ट, नीली जींस, काला चश्मा पहने दिखे। उनके पीठ पर पट्टी लगी दिख रही थी।

    आरोपी के वकील ने कहा CCTV में दिख रहा शख्स अलग, कस्टडी बढ़ी मुंबई पुलिस ने इस मामले में आरोपी शरीफुल इस्लाम को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया। अदालत ने उसे 29 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया। पुलिस को आशंका है कि सैफ अली खान पर हुए हमले के मामले में एक से ज्यादा आरोपी शामिल हो सकते हैं।

    सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि मामले में पर्याप्त प्रगति हुई है। अपराध गंभीर है और सेशन कोर्ट में है। आरोपी की बेगुनाही का पता लगाने के लिए भी ऐसी जांच जरूरी है।

    पुलिस को पहले ही 5 दिन की रिमांड मिल चुकी है। गवाहों के बयान भी पहले ही दर्ज किए जा चुके हैं। पुलिस जूते बरामद करने की बात भी कह रही है, जबकि आरोपी के घर से पहले ही सब कुछ ले लिया गया है। सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस के पास है।

    वकील ने कहा- पुलिस को फोरेंसिक जांच के लिए कस्टडी क्यों चाहिए? पूरी बिल्डिंग में सीसीटीवी नहीं है, सिर्फ छठी मंजिल पर है। और जो वीडियो सामने आई है, उसमें दिख रहा चेहरा इस आरोपी से नहीं मिलता। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि आरोपी के रिश्तेदारों को जानकारी देना जरूरी है, लेकिन पुलिस ने ये नहीं किया।

    हमले के वक्त सैफ के घर में 3 महिला और 3 पुरुष नौकर मौजूद थे

    रात में हमले के वक्त सैफ अली खान के घर में 3 महिला और 3 पुरुष नौकर थे। इब्राहिम और सारा अली खान भी इसी बिल्डिंग में आठवीं मंजिल पर रहते हैं। हमले के बाद वह ऊपर आए और सैफ अली खान को लेकर ऑटो में अस्पताल गए। घर पर कोई भी ड्राइवर मौजूद नहीं था। ऑटोमेटिक इलेक्ट्रिक वाहन किसी को चलाना नहीं आता था, इसलिए ऑटो से लीलावती अस्पताल पहुंचे।