एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के परीक्षण पर अमेरिका ने उठाए सवाल, लगाया गंभीर आरोप

अमेरिका के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि एस्ट्राजेनेका के टीके के अमेरिकी परीक्षण के परिणाम में ‘पुरानी जानकारी’ शामिल हो सकती है और इसका मतलब यह हो सकता है कि कंपनी ने वैक्सीन के प्रभाव को लेकर अधूरा डाटा उपलब्ध कराया। विश्व भर में 50 से अधिक देशों ने एस्ट्राजेनेका टीके के प्रयोग को मान्यता दी है, लेकिन अमेरिका ने अभी इसके उपयोग की अनुमति नहीं दी है।

एस्ट्राजेनेका ने एक बयान में कहा है कि उसने सोमवार को जो आंकड़े जारी किए उसमें अध्ययन के नियमों के मुताबिक 17 फरवरी तक के मामले शामिल हैं। उसके बाद के मामलों का विश्लेषण जारी रखा गया है। इसके भी प्रारंभिक आंकड़े दिए जा चुके हैं और 48 घंटे के भीतर इसे अपडेट किया जाएगा। सोमवार को कंपनी ने कहा था कि उसकी वैक्सीन सभी वयस्क व्यक्तियों में मजबूत प्रतिरक्षा पैदा करती है।

कंपनी के इस दावे के बाद अमेरिका के राष्ट्रीय एलर्जी एवं संक्रामक रोग संस्थान ने एक बयान जारी किया। एजेंसी ने कहा कि डाटा एवं सेफ्टी मॉनिटरिंग बोर्ड ने इस बात को लेकर चिंता जताई है कि एस्ट्राजेनेका ने उस परीक्षण से पुरानी सूचनाओं को शामिल किया होगा, जिससे टीके के प्रभाव को लेकर पूरी जानकारी नहीं मिल सकती है।

अमेरिका में हुए अध्ययन में 30 हजार लोगों को शामिल किया गया, जिनमें से 20 हजार को टीका लगाया गया। एस्ट्राजेनेका ने कहा है कि उसका टीका कोरोना वायरस को रोकने में 79 प्रतिशत तक प्रभावी है और इस रोग को गंभीर होने से रोकने में 100 प्रतिशत तक असरदार है।