अमेरिकी बाजार में 9 अप्रैल को 12% की तेजी के बाद 10 अप्रैल को 4% से ज्यादा की गिरावट रही। डाउ जोन्स इंडेक्स 1,015 अंक या 2.50% गिरकर 39,594 पर बंद हुआ।
वहीं, अमेरिकी बाजार का S&P 500 इंडेक्स 188 अंक या 3.46% की गिरावट के साथ 5,268 के स्तर पर बंद हुआ। टेक्नोलॉजी शेयरों के इंडेक्स नैस्डेक कंपोजिट में 737 पॉइंट या 4.31% की गिरावट रही। ये 16,387 के स्तर पर बंद हुआ।
डॉउ जोंस के टॉप 5 लूजर्स
एशियाई बाजार आज तेजी के साथ बंद हुए…
ट्रम्प की टैरिफ पॉलिसी पर 90 दिन की रोक के कारण 10 अप्रैल को एशियाई बाजारों में भी 9% से ज्यादा की तेजी रही। वहीं भारतीय बाजार आज महावीर जयंती की छुट्टी के कारण बंद रहा।
- जापान का निक्केई इंडेक्स 2,894 पॉइंट या 9.13% चढ़कर 34,609 के स्तर पर बंद हुआ।
- कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 151 पॉइंट या 6.60% चढ़कर 2,445 के स्तर पर बंद हुआ ह।
- ताइवान का TAIEX इंडेक्स 1608 पॉइंट या 9.25% चढ़कर 19,000 के स्तर पर बंद हुआ।
- NSE के इंटरनेशनल एक्सचेंज पर ट्रेड होने वाला गिफ्ट निफ्टी करीब 700 अंक ऊपर है।
- चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 37 पॉइंट या 1.16% चढ़कर 3,223 पर पहुंच गया है।
9 अप्रैल को अमेरिका के बाजार 12% तक चढ़े थे
अमेरिकी बाजार 9 अप्रैल को 12% तक चढ़कर बंद हुए थे। इस तेजी की वजह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का वो फैसला रहा जिसमें उन्होंने चीन को छोड़कर अन्य सभी देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ को 90 दिनों के लिए टाल दिया था।
- डॉउ जोन्स 2,962 अंक या 7.87% बढ़कर 40,608 पर बंद हुआ, जो मार्च 2020 के बाद से इसका सबसे बड़ा सिंगल डे गेन है।
- S&P 500 इंडेक्स 9.52% बढ़कर 5,456.90 पर पहुंच गया, जो 2008 के बाद से इसका सबसे बड़ा सिंगल सेशन राइज है।
- टेक शेयरों का इंडेक्स नैस्डैक कंपोजिट 12.16% बढ़कर 17,124 पर पहुंच गया, जो जनवरी 2001 के बाद से सबसे बड़ा गेन है।
- लगभग 30 बिलियन शेयरों का कारोबार हुआ, जिससे यह वॉल स्ट्रीट के इतिहास में सबसे अधिक कारोबार वाला दिन बन गया।
लगातार 4 दिन की गिरावट के बाद अमेरिकी बाजार में आई थी तेजी
8 अप्रैल को अमेरिकी शेयर बाजार लगातार चौथे कारोबारी दिन गिरावट में बंद हुए थे। डाउ जोन्स इंडेक्स 320 अंक या 0.84% की गिरावट के साथ 37,645 के स्तर पर आ गया। वहीं, अमेरिकी बाजार का S&P 500 इंडेक्स 79.48 अंक या 1.57% की गिरावट के साथ 4,982 के स्तर पर बंद हुआ। टेक्नोलॉजी शेयरों के इंडेक्स नैस्डेक कंपोजिट में 335 पॉइंट या 2.15% की गिरावट रही। ये 15,268 के स्तर पर बंद हुआ।
लगातार तीन कारोबारी दिन में डाउ जोन्स 10% गिरा था। चार कारोबारी दिन में डाउ जोन्स की कुल गिरावट 11% से ज्यादा हो गई थी। हालांकि, एक ही दिन की तेजी ने बाजार की इस गिरावट को लगभग कवर कर लिया है।
बाजार में अस्थिरता की वजह
3 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने दुनियाभर में जैसे को तैसा टैरिफ लगाया था। भारत पर 26% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। चीन पर 34%, यूरोपीय यूनियन पर 20%, साउथ कोरिया पर 25%, जापान पर 24%, वियतनाम पर 46% और ताइवान पर 32% टैरिफ लगेगा।
इस कदम ने टैरिफ वॉर शुरू कर दिया है। अमेरिका के टैरिफ के जवाब में चीन ने अमेरिका पर 34% जवाबी टैरिफ लगाने का ऐलान किया। चीन के टैरिफ लगाने के बाद अमेरिका ने 50% एडिशनल टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया। इससे कुल टैरिफ 104% हो गया।
ट्रम्प की इस कार्रवाई के जवाब में चीन ने तय किया वो अब जवाबी 84% टैरिफ लगाएगा। 9 अप्रैल को ट्रम्प ने एक बार फिर चीन पर टैरिफ को बढ़ाकर 125% कर दिया, लेकिन बाकी सभी देशों पर 9 अप्रैल से लागू होने वाले टैरिफ को 90 दिनों के लिए टाल दिया।