दिल्ली में आज यानी मंगलवार को बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आरजेडी और कांग्रेस की मीटिंग कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई। बैठक के बाद खड़गे आवास के बाहर मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि, ‘जो भी चीजें हैं, मिलकर बैठकर तय हो जाएंगी।’
CM फेस के सवाल पर उन्होंने कहा- ‘बातचीत से सब फाइनल होगा। आपलोग चिंता न करें।’
बैठक में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल मौजूद रहें। वहीं राजद की ओर से तेजस्वी यादव के साथ-साथ राजद सांसद मनोज झा, और संजय यादव भी मीटिंग में शामिल हुए।
वहीं बिहार कांग्रेस से प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम और प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरू मीटिंग में पहुंचे हैं।
प्रदेश प्रभारी बनने के बाद पहली बार अल्लावरू और तेजस्वी की ये पहली मुलाकात रही, वहीं 6 अप्रैल को राजेश राम ने राबड़ी आवास जाकर तेजस्वी से मुलाकात की थी।
वहीं बैठक से पहले तेजस्वी यादव ने कहा है कि, ‘यह एक औपचारिक मीटिंग है। बिहार चुनाव में क्या रणनीति होगी इस पर बात होगी।’
17 को पटना में महागठबंधन की बैठक
वहीं, पटना में 17 अप्रैल को महागठबंधन की बैठक होगी। मीटिंग में RJD, कांग्रेस, माले समेत सभी घटक दलों के नेता मौजूद रहेंगे।
बैठक के दौरान सीट बंटवारा, CM फेस समेत कई मुद्दों पर चर्चा होगी। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम के साथ प्रभारी कृष्णा अल्लावरू भी इस बैठक में शामिल होंगे।
1. CM फेस को लेकर RJD-कांग्रेस में तकरार
CM फेस को लेकर राजद-कांग्रेस में तकरार है। कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू पहले ही कह चुके हैं कि चुनाव के बाद CM के चेहरे पर बात होगी।
बीते मार्च में दिल्ली में हुई पार्टी मीटिंग के बाद अल्लावरू ने कहा था- ‘इंडिया गठबंधन जब बैठेगी तब सीट, CM फेस सब पर चर्चा होगी। मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा, नहीं होगा, इस पर सामूहिक निर्णय लिया जाएगा।’
वहीं 11 अप्रैल को कन्हैया की रैली में शामिल होने पटना पहुंचे कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व डिप्टी CM सचिन पायलट ने भी चुनाव में जीत के बाद सब तय करने की बात कही।
दूसरी तरफ RJD महागठबंधन की ओर से तेजस्वी यादव को CM का चेहरा घोषित कर चुकी है।
26 मार्च को पटना में बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने कहा था- ‘हमारी पहली प्राथमिकता इंडिया अलायंस को मजबूत करने की रहेगी। इसके लिए क्या रूप रेखा होगी, कैसे सीट का बंटवारा होगा और क्या मुद्दे होंगे इस पर बैठकर चर्चा होगी।’
6 अप्रैल को बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने तेजस्वी से मुलाकात की थी।
2. महागठबंधन में सीट बंटवारे पर भी रार
एक ओर जहां CM फेस को लेकर RJD-कांग्रेस में कन्फ्यूजन है। वहीं सीट बंटवारे पर भी तकरार है। कांग्रेस कई बार 70 से कम सीट पर नहीं लड़ने की बातें कर चुकी है, जबकि मुकेश सहनी ने 60 सीटें मांगी है।
मुकेश सहनी 60 सीटों के साथ डिप्टी CM के पद की डिमांड कर चुके हैं।
सहनी मांग चुके हैं 60 सीटें और डिप्टी CM का पद
1 महीने पहले बगहा में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग में VIP पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी ने कहा था- ‘आगामी चुनाव में VIP महागठबंधन के साथ मिलकर बिहार की 60 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। ‘
‘अगर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनती है, तो VIP के हिस्से में डिप्टी CM का पद होगा।’
इसके अलावा, पार्टी ने 50 फीसदी सीटों पर अति-पिछड़ा और SC/ST के उम्मीदवारों को टिकट देने का फैसला लिया है।
दो दिवसीय दौरे पर बिहार आ रहे खड़गे
वहीं, राहुल गांधी के बाद अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बिहार आ रहे हैं। वह 19 और 20 अप्रैल को दो दिवसीय बिहार दौरे पर रहेंगे। खड़गे 19 अप्रैल को बक्सर तो 20 अप्रैल को पटना में रैली करेंगे। 7 अप्रैल को राहुल गांधी बिहार आए थे अब 12 दिन बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष बिहार पहुंचेंगे।
2020 में 70 सीटों पर लड़ी थी कांग्रेस
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में कांग्रेस को महागठबंधन में 70 सीट दी गई थीं। राजद ने कांग्रेस को यह सीट दी थी। इसमें कांग्रेस ने सिर्फ 19 सीट जीत सकी। वहीं, भाकपा (माले) को 19 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 12 पर जीती थीं।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को 6 और भाकपा (मार्क्सवादी) को 4 सीट मिली थीं। दोनों दल दो-दो सीट जीत गई थीं। वहीं, राजद ने 144 सीट पर चुनाव लड़ा था। इसमें से 75 सीट पर जीत हुई थी। लेकिन, तेजस्वी यादव CM बनते-बनते रह गए थे।