गुरुग्राम लैंड स्कैम केस में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा से प्रवर्तन निदेशालय (ED) की तीसरे दिन भी पूछताछ जारी रहेगी। ED अब तक वाड्रा से 2 दिनों में 8 घंटे पूछताछ कर चुकी है।
इसे लेकर गुरुवार को वाड्रा ने कहा- यह राजनीतिक प्रतिशोध है। एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। यह गलत है। एजेंसियां देश में CM पद के किसी उम्मीदवार के पीछे पड़ जाती हैं या जब कोई पार्टी अच्छा काम कर रही होती है, तो उसे पकड़ लेती हैं। एजेंसियों पर भरोसा कैसे होगा? ED ने भाजपा के किस मंत्री या सदस्य को समन भेजा है? क्या भाजपा में सभी अच्छे हैं? क्या उनके खिलाफ कोई आरोप नहीं हैं?
वाड्रा बोले कि भाजपा नेताओं पर भी कई आरोप हैं। उन्होंने कहा- मैं ऐसा व्यक्ति हूं जो अगर मुझ पर दबाव डालेंगे या परेशान करेंगे तो मैं और मजबूत होकर उभरूंगा। मेरे साथ लोगों की ताकत है, लोग मुझसे जुड़े हुए हैं। जब यह पार्टी लोगों के साथ अन्याय करती है तो मैं उनके लिए बोलता हूं। मैं अन्याय के खिलाफ हूं। मैं लड़ता रहूंगा, मुझे कोई नहीं रोक सकता।
पिछली जांच से अलग बिंदुओं पर पूछताछ
सूत्रों के अनुसार, यह पूछताछ 2019 में हुई कार्रवाई के बिंदुओं से अलग है। इस बार उनसे स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी द्वारा DLF को जमीन बेचने और सौदे से हुए वित्तीय लाभ से जुड़े सवाल पूछे जा रहे हैं।
ED स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी के बैंक खातों, ट्रांजैक्शन पैटर्न, दाखिल-खारिज प्रक्रिया और चेंज ऑफ लैंड यूज से जुड़े दस्तावेज का फोरेंसिक विश्लेषण करा सकती है। यह कंपनी वाड्रा से जुड़ी है।
सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ का मकसद यह जानना है कि क्या इस डील से कथित रूप से काला धन सफेद किया गया? और क्या सरकारी तंत्र का दुरुपयोग हुआ?
दूसरे दिन वाड्रा ने पूछताछ के बाद कहा, “वे मुझसे बहुत प्यार करते हैं”। बुधवार को वाड्रा सुबह 11 बजे के बाद ED ऑफिस पहुंचे थे। उनके साथ प्रियंका गांधी भी थीं। वह पूछताछ तक वेटिंग रूम में बैठी रहीं।
वाड्रा बोले- हम लोगों की बात रखते हैं, इसलिए टारगेट पर हैं
इससे पहले मंगलवार को भी ED ने वाड्रा से करीब 6 घंटे पूछताछ की थी। वाड्रा पूछताछ के लिए पैदल ही दफ्तर पहुंचे थे। पेशी से पहले वाड्रा ने कहा, “मैं कभी भी अपने आपको सॉफ्ट टारगेट नहीं बुलाऊंगा। आप (केंद्र सरकार) मुझे परेशान करोगे या कोई प्रेशर डालोगे तो मैं और उभरकर आऊंगा, स्ट्रॉन्ग बनूंगा। हम लोगों की बात रखते हैं, इसलिए टारगेट पर हैं। हम किसी से डरते नहीं हैं।
हम हमेशा लोगों के लिए लड़ते रहेंगे। संसद में चाहे राहुल गांधी को रोका जाए या मुझे बाहर रोका जाए, हम सच्चाई और लोगों के लिए लड़ते रहेंगे। हम टारगेट जरूर हैं, पर सॉफ्ट टारगेट नहीं हैं। हम हार्ड टारगेट हैं, और हार्डर (मजबूत) बनते रहेंगे। समय बदलता रहता है।
“इस मामले में ED ने 8 अप्रैल को भी वाड्रा को समन भेजा था, हालांकि तब वह पेश नहीं हुए थे। मंगलवार को ED दफ्तर जाते समय वाड्रा ने कहा था कि यह कार्रवाई राजनीतिक मकसद से की जा रही है।
इस मामले में वाड्रा के साथ हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी आरोपी हैं। उन पर आरोप है कि मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने वाड्रा की कंपनी को मुनाफा पहुंचाया।