मार्केट वैल्यू के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में 2,69,478 करोड़ रुपए की कुल कमाई की है। यह पिछले साल के मुकाबले 9.88% ज्यादा है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी ने 2,45,249 करोड़ रुपए की कमाई की थी।
कुल कमाई में से कर्मचारियों की सैलरी, टैक्स, कच्चे माल की कीमत जैसे खर्चे निकाल दें तो कंपनी के ओनर्स के पास 19,407 करोड़ रुपए शुद्ध मुनाफे (कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट) के रूप में बचे। यह 2024 के जनवरी-मार्च तिमाही से 2.40% ज्यादा है। पिछले साल कंपनी को 18,951 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।
रेवेन्यू 10% बढ़कर ₹2.65 लाख करोड़ रहा
चौथी तिमाही में रिलायंस ने प्रोडक्ट और सर्विस बेचकर 2,64,573 करोड़ रुपए का राजस्व यानी रेवेन्यू जनरेट किया। सालाना आधार पर यह 9.91% बढ़ा है। जनवरी-मार्च 2024 में कंपनी ने 2,40,715 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था।
तिमाही नतीजों में निवेशकों के लिए क्या?
चौथी तिमाही में नतीजों के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने हर शेयरधारक को प्रति शेयर 5.50 रुपए डिविडेंड यानी लाभांश देने का ऐलान किया है। कंपनियां अपने मुनाफे के कुछ हिस्सा अपने शेयरहोल्डर्स को भी देती हैं, जिसे लाभांश कहा जाता है।
मार्केट एनालिस्ट्स के अनुसार कंपनी का रिजल्ट उम्मीद के मुताबिक ही है। विश्लेषकों का अनुमान था कि कंपनी के मुनाफे में कोई बड़ी बढ़ोतरी नहीं होगी, जो सही साबित हुई और कंपनी का प्रॉफिट पिछले साल के समान तिमाही के मुकाबले केवल 2% ही ज्यादा रहा।
उम्मीद के मुताबिक पॉजिटिव नतीजों से कंपनी पर लोगों का विश्वास बढ़ता है। इससे पुराने निवेशक कंपनी से हाथ नहीं खिचेंगे साथ ही नए निवेशक इससे जुड़ते हैं। उम्मीद है कि खरीदारी के चलते आने वाले समय में रिलायंस के शेयरों में तेजी देखने को मिले।
कंपनी के चार मेन सेगमेंट हैं-
जियो, रिटेल, ऑयल टू केमिकल्स (O2C) और ऑयल एंड गैस। यहां हम एक-एक कर सभी का परफॉर्मेंस बता रहे हैं…
रिलायंस जियो
तिमाही आधार पर (कंसॉलिडेटेड)
- रेवेन्यू 2.4% बढ़कर ₹30,018 करोड़ रहा। पिछली तिमाही में ₹29,307 करोड़ रहा था।
- EBITDA अक्टूबर-दिसंबर के ₹15,478 करोड़ से 2.4% बढ़कर ₹15,852 करोड़ रहा।
- EBITDA मार्जिन में कोई बदलाव नहीं, पिछली तिमाही के मुकाबले 52.81% पर फ्लैट रहा।
- मुनाफा Q3 के 6,477 करोड़ रुपए के मुकाबले 2.5% बढ़कर 6,642 करोड़ रुपए रहा।
- एवरेज रेवेन्यू पर यूजर यानी ARPU ₹203.3 से 1.4% बढ़कर ₹206.2 रहा।
तिमाही आधार पर
- ऑयल टू केमिकल (O2C): कमाई ₹1.49 लाख करोड़ से 10% बढ़कर 1.64 लाख करोड़ रही।
- ऑयल & गैस: कमाई ₹6,370 करोड़ से 1% बढ़कर ₹6,440 करोड़ रही।
- रिटेल: कमाई ₹90,351 करोड़ से 2% घटकर ₹88,637 करोड़ रही।
- डिजिटल रेवेन्यू: ₹39,733 करोड़ से 3% बढ़कर ₹40,861 करोड़ रही।
- अन्य कमाई: ₹12,236 करोड़ से 5% बढ़कर ₹19,920 करोड़ रही।
एक साल में 11% गिरा रिलायंस का शेयर
शुक्रवार, 25 अप्रैल को चौथी तिमाही के नतीजों से पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर मामूली गिरावट के बाद 1301 के स्तर पर बंद हुआ। बीते 5 दिन में कंपनी का शेयर 2.20%, एक महीने में 1.21% और इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक 6.53% चढ़ा है। हालांकि बीते 6 महीने में इसमें 2.02% और एक साल में -10.89% की गिरावट रही है। रिलायंस का मार्केट कैप 17.60 लाख करोड़ रुपए।
भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट सेक्टर कंपनी है रिलायंस
रिलायंस भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट सेक्टर कंपनी है। ये अभी हाइड्रोकार्बन एक्सप्लोरेशन और प्रोडक्शन, पेट्रोलियम रिफाइनिंग और मार्केटिंग, पेट्रोकेमिकल्स, एडवांस मटेरियल और कंपोजिट, रिन्यूएबल एनर्जी, डिजिटल सर्विस और रिटेल सेक्टर में काम करती है।