एयर स्ट्राइक का नाम ऑपरेशन सिंदूर क्यों:आतंकियों ने 25 महिलाओं का सिंदूर उजाड़ा था, पत्नी-बच्चों के सामने गोली मारी थी

24 अप्रैल 2025…

मैं और शुभम मैगी खाने जा रहे थे। पापा वॉशरूम गए थे। एक आदमी पीछे से आया। उसने गन रखकर शुभम से पूछा- हिंदू हो या मुसलमान? मुसलमान हो तो पहले कलमा पढ़कर सुनाओ। मैंने हंसते हुए उससे पूछा- क्या हुआ भइया? तब उसने मुझसे भी पूछा- हिंदू हो या मुसलमान? मैंने कहा- हिंदू हूं। इसके बाद उसने मेरे पति को गोली मार दी। सबसे पहले शुभम को गोली मारी, फिर वहां लाशें बिछती चली गईं।

7 मई 2025…

मैं अपने पति की मौत का बदला लेने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहती हूं। सिंदूर का बदला पूरा हुआ।

ये दोनों बयान पहलगाम हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या का है। कुछ इसी तरह से 24 अन्य टूरिस्ट को आतंकियों ने पत्नी, बच्चों और रिश्तेदारों के सामने गोली मार दी थी। आतंकियों ने टूरिस्ट का बचाव कर रहे एक घोड़ेवाले को भी गोली मार दी थी।

आतंकी हमले के 15 दिन बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान के पंजाब और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। ये वही ठिकाने हैं, जहां से भारत पर आतंकी हमलों की साजिश रची जा रही थी और उन्हें अंजाम दिया जा रहा था।

लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी के मुताबिक,

22 अप्रैल को हम पहलगाम से बायसरन घाटी दोपहर 2 बजे बायसरन पहुंचे। भूख लगी थी, तो हम कुछ खाने-पीने बैठे। इसी दौरान फायरिंग की आवाज आई। मैंने विनय को बोला कि फायरिंग हो रही है। मेरे बगल में एक इंसान था। उसने विनय की तरफ देखा और बोला ये भी मुस्लिम नहीं है। उस इंसान ने उसी वक्त विनय पर गोली चला दी। विनय नीचे गिर गए। फिर उस आदमी ने मुझे बोला- आप जाओ यहां से। मै उस पर चिल्लाई, कई सवाल किए, लेकिन वह चुपचाप वहां से चला गया।

सूरत के शैलेशभाई कलथिया की पत्नी शीतलबेन के मुताबिक,

हम नाश्ता कर रहे थे तभी फायरिंग शुरू हो गई। आतंकी आए, हिंदू-मुस्लिम अलग किए। मुसलमानों से कलमा पढ़वाया और हिंदुओं को गोलियों से मार दिया। मेरे सामने पति को गोली मारी और वो सीधे मेरी गोद में गिरे।

सुशील नथानियल की पत्नी जेनिफर के मुताबिक,

मेरे और बच्चों के सामने सुशील पर गोली मारी गई, मेरी जान बचाने के लिए अपने सीने पर गोली खाई। मैं अपने पति को जैसा लेकर गई थी वैसा वापस नहीं ला पाई।

मंजूनाथ रावः बेटे के 97% अंक लाने पर परिवार के साथ कश्मीर घुमने गए थे

मंजूनाथ की पत्नी पल्लवी के मुताबिक,

मैं घोड़े से वहां पहुंची थी। मेरे पति बेटे के लिए कुछ लेने गए थे। कुछ ही मिनटों में वो खून से लथपथ मेरे सामने पड़े थे। मैंने आतंकियों से कहा हमें भी मार दो, पर वो बोले कि मोदी तक हमारी बात पहुंचा देना।