पानीपत निगम में टैक्स हेराफेरी:9.72 लाख का टैक्स कर दिया 12 हजार, नई ID बनाकर की धोखाधड़ी, प्लॉट मालिक भी शामिल

पानीपत नगर निगम में कर्मचारी का फर्जीवाड़ा सामने आया है। आरोपी ने जमीन मालिक से मिलीभगत कर उसकी कॉमर्शियल जमीन की प्रॉपर्टी की आईडी ही बदल दी जिससे लाखों रुपए का टैक्स घटकर 12 हजार रुपए रह गया। इस जमीन पर बनने वाला हजारों रुपए का फायर टैक्स भी कुछ रुपयों में कर दिया गया।

CM फ्लाइंग को जब इसकी भनक लगी तो वर्ष 2023 में मामले की जांच शुरू की गई। जांच रिपोर्ट आने के बाद उच्चाधिकारियों के आदेशानुसार पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर कर्मचारी व जमीन मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

9.72 लाख के टैक्स को किया 12 हजार सिटी थाना पुलिस को दी शिकायत में करनाल CM फ्लाइंग के राज सिंह ने बताया कि उन्हें एक सूचना मिली थी कि दिलबाग निवासी गांव महमदपुर का ज्योति कॉलोनी बरसत रोड पर 160 वर्ग गज का कॉमर्शियल प्लॉट है। इसकी नगर निगम में नई प्रॉपर्टी आईडी बना जेनरेट हो गई है। जबकि पुरानी प्रॉपर्टी आईडी पर टैक्स का 9 लाख 72 हजार रुपए बकाया था।

नगर निगम में सहायक के पद पर तैनात सोनू ने प्लाट मालिक दिलबाग से मिलकर इस जुलाई 2023 में नई प्रॉपर्टी बना दी। प्रॉपर्टी आईडी पर बकाया टैक्स 9.72 लाख को खत्म करके 12 हजार 672 रुपए कर दिया। इस प्रकार सोनू ने जमीन मालिक दिलबाग से मिलीभगत करके निगम को लाखों रुपए का नुकसान पहुंचाया है।

जांच के दौरान ये तथ्य आए सामने जांच को लेकर नगर निगम आयुक्त ने कुलदीप राणा रीजनल टेक्सेशन ऑफिसर, धर्मपाल कर अधीक्षक, विनोद कुमार लेखाकार, यतिन जूनियर प्रोग्रामर व रिंकू जेई भवन निरीक्षक की टीम गठित की।

जांच में टीम ने रिकार्ड को देखा तो पाया कि नगर निगम के अनधिकृत क्षेत्र ज्योति कॉलोनी में स्थित 611.10 वर्गगज क्षेत्र की प्रोपर्टी आईडी दिलबाग सिंह की थी। यहां मौके पर दिलबाग की 160 वर्ग गज में दुकानें हैं। इन पर पॉपर्टी टैक्स 9.72 लाख का बकाया मिला। सरकार की नोडल एजेंसी ने नगर निगम क्षेत्र की सभी संपत्तियों का सर्वे करवाया था जिसमें दिलबाग सिंह के नाम 199.560 वर्ग गज की पॉपर्टी होना पाया गया था।

जांच के लिए गठित टीम ने दिलबाग सिंह की दुकानों का वास्तविक क्षेत्रफल 160 वर्ग गज ग्रांउड फ्लोर कॉमर्शियल रेंटेड प्रॉपर्टी के हिसाब से गणना की तो इस पर 2010-11 से 2023-24 तक 1 लाख 95 हजार 120 रुपए टैक्स बनता था।

जैसे ही कम हुआ टैक्स, तुरंत भर दिया सोनू सहायक यूएलवी (चैकर, एडमिन) द्वारा प्रॉपर्टी मालिक से मिलीभगत करके वर्ष 2022-23 का (प्रॉपर्टी टैक्स 5760, फायर टैक्स 576 रुपए) व 2023-24 का (प्रोपर्टी टैक्स 5760, फायर टैक्स 576 रुपए) 2 वर्ष का कुल राशि 12 हजार 672 रुपए दिखाया गया। इसको प्रॉपर्टी मालिक द्वारा नगर निगम में जमा कराया जाना पाया गया।

साल 2011 से वर्ष 2021-22 तक का बकाया संपत्ति कर 182448 रुपए रिकॉर्ड से हटा दिए गए। सोनू सहायक द्वारा नगर निगम के रिकार्ड में अंकित अनधिकृत क्षेत्र को अधिकृत क्षेत्र करके व वर्ष 2023 में उपरोक्त संपत्ति का केवल 2 वर्ष का संपत्ति कर लेकर नगर निगम पानीपत को 1 लाख 82 हजार 448 रुपए का नुकसान पहुंचाया गया।