वाराणसी के डॉ भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में 400 करोड़ की लागत से लगे एथलेटिक्स ट्रैक के खराब होने पर खेल सचिव ने नाराजगी जताई है।
खेल सचिव सुहास एलवाई बुधवार की रात अचानक स्टेडियम में निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कार्यदायी संस्था के साथ ही साथ वीडीए के अधिकारियों से जवाब तलब किया। संतोषजनक जवाब न मिलने पर जांच के आदेश दिए हैं।
बता दें कि 400 मीटर के ट्रैक को साल 2022 में बिछाया गया था। साल 2024 से ही उसकी पार्टी उखड़ने लगीं और जेवलिन थ्री का ट्रैक खराब हो गया।
वीडीए के तत्कालीन सचिव ने उसे सही करवाया पर कुछ ही महीने में वो दोबारा खराब हो गया। अब पूरे ट्रैक पर जगह परत उखड़ रही और ट्रैक हार्ड हो गया है। जिससे खिलाड़ियों को इंजरी हो रही है।
गुणवत्ता को लेकर उठ रहे हैं सवाल साल 2016 में शासन से लालपुर स्टेडियम में सिंथेटिक ट्रैक पास हुआ था। जर्मनी से आयातित इस ट्रैक को साल 2022 तक बिछा लिया गया था। इस ट्रैक पर साल भर के बाद ही खिलाड़ियों को दिक्कतों को सामना करना पड़ा।
इसके बाद साल 2023 से यह उखड़ने लगी। ऐसे में इसकी गुणवत्ता पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में यूपी के खेल विभाग के सचिव सुहास एलवाई ने बुधवार की रात स्टेडियम के ट्रैक का औचक निरीक्षण किया।
उखड़ी मिलीं रबर की परतें स्टेडियम के एथलेटिक्स ट्रैक के निरीक्षण के दौरान खेल सचिव को जगह-जगह रबर की परतें उखड़ी मिलीं। इसपर उन्होंने संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब किया तो वो बगलें झांकने लगे।
इस पर उन्होंने कड़ी फटकार लगाईं और कहा अभी तक खेल विभाग को इसे औपचारिक तौर पर नहीं सौंपा गया और अभी से यह खराब होने लगी। इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।
वीडीए से मांगा स्पष्टीकरण खराब ट्रैक देखकर खेल सचिव ने वीडीए से इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कहा- यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि करोड़ों रुपए खर्च करके भी ट्रैक की गुणवत्ता इतनी खराब है कि वह उपयोग के लायक भी नहीं है। उन्होंने मामले की जांच के आदेश भी दिए हैं।
UPPCL के अधिकारियों को भी फटकारा ट्रैक को देखकर नाराज हुए खेल सचिव और पैरालिंपियन सुहास एलवाई ने मौके पर ही कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को तलब किया और उन्हें भी जमकर फटकार लगाईं। उन्होंने कहा लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
10 महीने पहले खराब ट्रैक की मरम्मत के सीडीओ ने दिए थे निर्देश खेल सचिव के निरीक्षण के दौरान सीडीओ हिमांशु नागपाल भी मौजूद रहे। हिमांशु नागपाल ने 10 महीने पहले स्टेडियम के निरीक्षण के दौरान ज्वेलिन थ्रो ट्रैक के खराब होने पर UPPCL के अधिकारी को जमकर फटकारा था।
जल्द से जल्द रिपेयरिंग करने को कहा था। लेकिन अधिकारियों की फटकार की गूंज सुनाई नहीं दी और कोई मरम्मत नहीं हुई। जिससे दिन ब दिन वह और खराब होती गई।