महाराष्ट्र पुलिस ने गुरुवार को बताया कि एक सीनियर गवर्नमेंट डॉक्टर पर 2021 में कोरोना पेशेंट को मारने का निर्देश देने के आरोप में FIR दर्ज की गई है।
एक वायरल ऑडियो क्लिप में आरोपी डॉ शशिकांत देशपांडे अपने एक अन्य साथी डॉ शशिकांत डांगे से एक महिला पेशेंट को मारने के लिए कहते सुनाई दे रहे हैं। हालांकि, महिला बीमारी से रिकवर हो गई थी। उदगीर पुलिस ने 24 मई को देशपांडे के मामला दर्ज किया है।
डॉ देशपांडे उस समय लातूर के उदगीर गवर्नमेंट हॉस्पिटल में एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जिला सर्जन थे और डॉ डांगे एक कोविड सेंटर पर तैनात थे। शिकायतकर्ता का कहना है कि उसकी पत्नी तब हॉस्पिटल में भर्ती थी इसलिए उसने चुप रहना ही ठीक समझा।
जानिए, पूरा मामला क्या है…
शिकायतकर्ता दायमी अजीमोद्दीन गौस्सुद्दीन ने बताया कि 2021 में पत्नी कौसर फातिमा को उदगीर के एक कोविड सेंटर में भर्ती कराया था। वे 10 दिन वहां भर्ती रही थीं। एक दिन वे डॉ डांगे के पास बैठे थे। तभी डॉ देशपांडे का फोन आया। डॉ डांगे स्पीकर ऑन करके बात कर रहे थे।
डॉ देशपांडे ने खाली बेड के बारे में पूछा तो डॉ डांगे ने बताया कि कोई बेड खाली नहीं है। इस पर डॉ देशपांडे ने कहा, ‘किसी को अंदर मत आने देना, मार डालो उस दायमी के पेशेंट को। इन लोगों का काम करने की आदत है तुम्हारी। मरने दो उसे, कुछ पुण्य कमाओ।’
इस पर डॉ डांगे ने कहा- अरे, ऑक्सीजन रात को कम कर दिया था… सबको दो लीटर पर ले आए हैं। डॉ देशपांडे बोले- देखो, देखो, कम कर दो। हमसे कुछ मत मांगो।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया, ‘बातचीत के दौरान डॉ देशपांडे ने जाति आधारित गाली भी दी। मैंने उस समय चुप रहना बेहतर समझा क्योंकि मेरी पत्नी का इलाज चल रहा था।’
ऑडियो क्लिप 2 मई, 2025 को सामने आई है। शिकायतकर्ता का कहना है कि क्लिप में सारी बातें फिर से सुनकर उसकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची, जिसके बाद उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।