पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने कहा है कि पानी का मुद्दा पाकिस्तान के लिए रेड लाइन है और इस पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह मामला देश के 24 करोड़ लोगों के बुनियादी अधिकारों से जुड़ा है।
मुनीर गुरुवार को अलग-अलग यूनिवर्सिटीज के चांसलर्स, प्रिंसिपल, सीनियर फैकल्टीज के साथ बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने भारत को लेकर सख्त रुख अपनाते हुए कहा, पाकिस्तान कभी भी भारत के वर्चस्व को स्वीकार नहीं करेगा।
दूसरी तरफ मुनीर ने दावा किया कि बलूचिस्तान में सक्रिय आतंकवादियों को भारत से समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि जो लोग बलूचिस्तान में अशांति फैला रहे हैं, उनका सीधा संबंध बलोच उग्रवाद से है और इनकी डोर भारत से जुड़ी हुई है।
PAK पीएम ताजिकिस्तान के दौरे पर पहुंचे
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ गुरुवार को ताजिकिस्तान पहुंचे। यहां ताजिक प्रधानमंत्री कोखिर रसूलजोदा ने उनका एयरपोर्ट पर स्वागत किया। शरीफ आज ग्लेशियर्स को लेकर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल होंगे।
ताजिकिस्तान के दो दिवसीय दौरे पर शरीफ ताजिक राष्ट्रपति इमोमाली रहमोन के साथ कई मुद्दों को लेकर द्विपक्षीय बैठक करेंगे।
शरीफ 25 से 30 मई तक चार देशों के दौरे पर हैं। इससे पहले वो तुर्किये, ईरान और अजरबैजान जा चुके हैं। उन्होंने इन सभी देशों को भारत के साथ तनाव के वक्त समर्थन देने के लिए शुक्रिया कहा है।
शरीफ के साथ आर्मी चीफ आसिम मुनीर, डिप्टी पीएम इशाक डाल, विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ और कई मंत्री भी पहुंचे हैं।
शरीफ ने भारत से बातचीत की इच्छा जताई
शहबाज शरीफ ने बुधवार को कहा था कि वह भारत के साथ बातचीत करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को मिलकर कश्मीर, पानी और आतंकवाद जैसे मुद्दों को हल करना चाहिए। शरीफ ने यह बात अजरबैजान के लाचिन में पाकिस्तान-तुर्की-अजरबैजान त्रिपक्षीय समिट में कही थी।
यह एक हफ्ते में दूसरी बार था जब पाकिस्तानी पीएम ने भारत से बातचीत की इच्छा जताई थी। इससे पहले उन्होंने सोमवार को ईरान दौरे पर भी भारत से बातचीत की इच्छा जताई थी।
शरीफ बोले- भारत ने हमारे सोचने से पहले हमला किया था
शरीफ ने बुधवार को अजरबैजान के एक कार्यक्रम में कहा कि उनकी सेना भारतीय हमले से हैरान रह गई थी।
शरीफ ने कहा कि उनकी सेना 10 मई को सुबह की नमाज के बाद हमला करने की तैयारी कर रही थी, लेकिन भारत ने उससे पहले ही ब्रह्मोस मिसाइल से रावलपिंडी एयरपोर्ट समेत पाकिस्तान के कई ठिकानों पर हमला कर दिया।
रावलपिंडी स्थित नूर खान एयरबेस उन 11 मिलिट्री ठिकानों में से एक था, जिन्हें भारत ने निशाना बनाया था। पाकिस्तानी सेना के हेड ऑफिस से कुछ ही दूरी पर स्थित इस एयरबेस में लॉकहीड सी-130 हरक्यूलिस और इल्यूशिन आईएल-78 रिफ्यूलर जैसे मिलिट्री प्लेन मौजूद हैं।
सैटेलाइट इमेजरी से पता चला कि कम से कम दो मिलिट्री प्लेन को नुकसान पहुंचा था। नूर खान के अलावा, भारत ने रफीकी, मुरीद, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनियन में पाकिस्तानी मिलिट्री ठिकानों पर हमला किया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने पाकिस्तानी वायुसेना के ठिकानों पर हमला करने के लिए सुखोई-30MKI जेट से करीब 15 ब्रह्मोस मिसाइलें दागीं थी, जिसकी पुष्टि सैटेलाइट इमेज से भी हुई थी।
तुर्किये भारत-पाकिस्तान में मध्यस्थता को तैयार
तुर्किये के राष्ट्रपति एर्दोगन ने भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा- हमें उम्मीद है कि भारत-पाक युद्धविराम स्थायी शांति में बदल जाएगा। तुर्किये इसके लिए हर संभव योगदान देने को तैयार है।
एर्दोगन ने कहा कि इलाके में हो रही घटनाएं दिखाती हैं कि हमारे देशों के बीच एकजुटता कितनी जरूरी है। उन्होंने कहा- हमें खुशी है कि पाकिस्तान और भारत के बीच बढ़े तनाव को खत्म करने वाला युद्धविराम हो गया।