AK-47 के कारतूस बेचने जा रहा फौजी गिरफ्तार:मेरठ में ATS ने पकड़ा तो कार से रौंदने की कोशिश की, कश्मीर में भी तैनात रहा

मेरठ में ATS ने सेना के जवान को AK-47 के 70 कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया। उसे लेकर जाने लगी तो वह छुड़ाकर भाग गया और अपनी कार में बैठ गया। उसने टीम पर कार चढ़ाकर भागने की कोशिश की, लेकिन ATS ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया।

आरोपी अपने दोस्त को कारतूसों की डिलीवरी देने जा रहा था। उसकी पहचान मेरठ के थाना दौराला के गांव नंगली आजड निवासी राहुल के रूप में हुई है। वह महाराष्ट्र के अहमदनगर में सिटी बटालियन के ट्रेनिंग सेंटर पर तैनात है।

ATS मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाल रही है, ताकि इस कड़ी से जुड़े अन्य आरोपियों तक पहुंच सके। फिलहाल, ATS ने आरोपी के खिलाफ पल्लवपुरम थाने में आर्म्स एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।

चेकिंग के दौरान पकड़ा गया जवान

ATS के दरोगा अमित कुमार भाटी ने बताया- मुखबिर की सूचना पर मंगलवार को दिल्ली-हरिद्वार बाईपास, मोदीपुरम चौकी फ्लाईओवर के नीचे चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान हुंडई वेन्यू कार की चेकिंग की गई।कार में राहुल के पास से AK-47 राइफल के 70 प्रतिबंधित कारतूस बरामद हुए। पूछताछ में राहुल ने बताया- वह 2013 में फौज में भर्ती हुआ था और अभी आर्मी में कॉन्स्टेबल है। वह 9 जून को 30 दिन की छुट्टी पर घर आया था।

राहुल ने बताया- दोस्त को देने जा रहा था कारतूस आरोपी ने बताया-मेरा एक दोस्त अभिनव है, जो ATS में है। वह शास्त्रीनगर में रहता है। मेरी और उसकी दोस्ती शास्त्रीनगर के ही एक डॉक्टर ने कराई थी। अभिनव की मदद से मैंने कार भी खरीदी थी। फरवरी में उसने मुझसे कहा कि उसे AK-47 के कारतूस की जरूरत है।

उसके पास से कारतूस गुम हो गए थे। उसकी नौकरी पर संकट था, इसलिए उसने मुझसे कारतूस मांगे थे। जम्मू-कश्मीर में मेरी टीम को आतंकी मुठभेड़ और आर्मी ऑपरेशन के दौरान हथियार और कारतूस दिए जाते थे। उसी दौरान मैंने कुछ कारतूस चुरा लिए थे। इन्हीं कारतूसों को सामान में छिपाकर मेरठ ले आया।

अभिनव ने मंगलवार रात साढ़े दस बजे मुझे पल्लवपुरम की एटूजेड कॉलोनी के पास बुलाया था। मैं बताई गई जगह पर AK-47 के कारतूस लेकर अपनी हुंडई वेन्यू कार से पहुंचा था, मगर मेरा दोस्त वहां नहीं आया।

जवान किन-किन लोगों से मिला? ATS उनकी तलाश में जुटी ATS टीम का कहना है-राहुल के पास से जो कारतूस मिले हैं, वे सेना में इस्तेमाल किए जाते हैं। इन कारतूसों की डिलीवरी किसे देनी थी? कौन इन प्रतिबंधित कारतूसों का इस्तेमाल कर रहा है? पुलिस राहुल की गतिविधियों की जांच कर रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि छुट्टी पर आने के बाद वह किन लोगों से मिला था।

सीओ दौराला पीसी अग्रवाल ने बताया-

आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज कर राहुल को जेल भेज दिया गया है। राहुल कारतूस यहां किसे बेचने आया था, इसकी जांच की जा रही है।