हरियाणा के पंचकूला में गुरुवार देर रात पहलवान सोनू नोल्टा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में आरोपियों ने सोनू को गोली क्यों मारी यह अभी तक पहेली बनी हुई है। क्योंकि दोनों ही दोस्त थे। साथ ही हत्या से 2 दिन पहले दोनों ने एक साथ खाना खाया था।
जबकि परिवार को भी किसी रंजिश का पता नहीं चला। ऐसे में पुलिस ने 3 प्वाइंटों पर अपनी जांच को केंद्रित किया है। इसमें पहले पुलिस मृतक और आरोपी के सोशल मीडिया की जांच कर रही है। क्योंकि दोनों का फ्रेंड सर्किल सेम है। दूसरा बैंकिंग को देखा जा रहा है।
तीसरा, पिछले 5 साल में इनके क्या बिजनेस रहे हैं। इसकी पड़ताल की जा रही है। हालांकि सूत्रों की माने तो माइनिंग का काम बताया जा रहा है। वहीं, पुलिस ने 2 लोगों को राउंडअप किया है। जहां तक गैंगस्टर लॉरेंस के भाई के कहने पर हत्या की बात है, तो पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले को बढ़ावा देने की कोशिश की गई है। हालांकि जांच की जा रही है।
2 लोगों ने चलाई गोलियां, आरोपी ज्यादा थे
पुलिस यह मानकर चल रही है कि आरोपी ने रेकी कर पूरी प्लानिंग से वारदात को अंजाम दिया है। क्योंकि जिस जगह पर वारदात हुई है। वह एरिया काफी हाई प्रोफाइल माना जाता है। वहां से 400 से 500 मीटर की दूरी पर चौकी है।
पुलिस के मुताबिक, सोनू और उसके दूसरे साथी पर गोली केवल दो लोगों ने चलाई थी। लेकिन इनकी संख्या अधिक थी। सीसीटीवी जो पुलिस के पास आई है। उसमें साफ दिख रहा है कि कार सफेद या सिल्वर रंग की थी।
आरोपियों का सीसीटीवी में चेहरा इतना साफ नहीं हो रहा है। लेकिन जो दूसरा व्यक्ति पीजीआई में भर्ती है। उसने आरोपियों को हमले के समय ही पहचान लिया था। सचिव और अंकुश ने गोलियां चलाई हैं। 12 खोल अब तक पुलिस को रिकवर हुए हैं।
गैंगवार से पुलिस का इनकार, हिमाचल-मोहाली में दबिश
पुलिस ने इस मामले में 3 टीमें गठित की हैं। तीनों टीमें अलग-अलग जगह गई हैं। पुलिस टीमें हिमाचल, मोहाली, पिंजौर और अमरावती एरिया में सर्च चल रही हैं। जो गाड़ी मिली है, उसकी पुलिस जांच कर रही है। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने साफ किया है कि अब तक गैंगवार का कोई लिंक नहीं है। क्योंकि हत्या से 2 दिन पहले एक साथ खाना खाया था। परिवार वाले भी यही कर रहे हैं।
FIR में बताई है यह कहानी
नितिन उर्फ प्रिंस ने पुलिस को बताया कि वह सरकारी पॉलिटेक्निक से पढ़ाई कर रहा है। उसे सभी लोग प्रिंस नाम से ही जानते है। सोनू नोल्टा उसकी बुआ का लड़का था। 5 जून को मैं और सोनू नोल्टा व उसकी महिला दोस्त हिमाचल नंबर की स्कॉर्पियो में बैठकर टिपरा कालका से फिल्म देखने के लिए अमरावती मॉल में आए थे। अमरावती मॉल में उन्हें सोनू की दोस्त की दो और फ्रेंड मिली, फिर हम 5 लोग मूवी देखकर करीब रात 10.45 बजे बाहर निकले।
नितिन ने कहा कि अमरावती मॉल के सामने सड़क के किनारे खड़ी सोनू नोल्टा की गाड़ी में बैठ गए। सोनू नोल्टा ड्राइवर सीट पर बैठ गया और मैं उसके पीछे वाली सीट पर बैठ गया। सोनू की फ्रेंड उसकी सहेलियों के साथ सड़क पार कर रही थी।
इसी दौरान सोनू नोल्टा की कार के पास खड़ी कार में से एकदम से पीयूष पिलानी निवासी पिंजौर और अंकुश निवासी चावला कॉलोनी पिंजौर अपने-अपने हाथ में पिस्टल लेकर उतरे और उन्होंने अपनी-अपनी पिस्टल को हमारे ऊपर एकदम से ड्राइवर साइड वाली खिड़की के पास आकर सोनू के ऊपर दोनों ने फायरिंग शुरू कर दी।
गोली लगते ही सीट पर गिरा सोनू
नितिन कहा कि गोलियां लगते ही सोनू नोल्टा सीट पर गिर गया और एक गोली मेरी बांई जांघ पर लगी। पीयूष और अंकुश अपनी-अपनी पिस्टलों को लहराते हुए फिर से अपनी कार में बैठ गए। उस कार में पहले से ही कुछ लड़के बैठे हुए थे, जो उस गाड़ी में बैठकर फरार हो गए।
मैं पीयूष पिलानी और अंकुश को पहले से ही अच्छी तरह जानता हूं। मैंने अपने मोबाइल से अपने मामा अंकुश निवासी बुर्ज कोटिया को फोन किया कि मुझे व सोनू को पीयूष पिपलानी और अंकुश ने गोली मार दी है।
इसके बाद वहां पर पुलिस आ गई और मुझे और सोनू नोल्टा को इलाज के लिए सिविल अस्पताल पंचकूला ले आए, वहां से मुझे फस्ट ऐड देने के बाद पीजीआई चंडीगढ़ का रेफर कर दिया जहां पर अब मेरा इलाज चल रहा है।