जकार्ता, एजेंसियां। इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पर रविवार को रोमन कैथोलिक गिरजाघर के बाहर एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट करके खुद को उड़ा लिया। इसमें कम से कम 14 लोग घायल हो गए। हमले के दौरान गिरजाघर में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। राष्ट्रपति जोको विदोदो ने हमले की निंदा करते हुए इसे आतंकवादी कृत्य बताया है। एक वीडियो में दक्षिण सुलावेसी प्रांत के मकास्सर शहर में ‘सैक्रेड हार्ट ऑफ जीजस कैथेड्रल’ के प्रवेश द्वार पर जली हुई बाइक के पास शरीर के अंग बिखरे पड़े दिखाई दे रहे हैं। कैथोलिक पादरी विलहेल्मस तुलक ने पत्रकारों को बताया कि प्रार्थना के दौरान धमाके की तेज आवाज आई। पूर्वाह्न साढ़े दस बजे जब बम विस्फोट हुआ, तब वह प्रार्थना सभा का नेतृत्व कर रहे थे।
तुलक ने बताया कि गिरजाघर के सुरक्षाकíमयों को संदेह है कि मोटरसाइकिल पर आए दो लोग गिरजाघर में प्रवेश करना चाहते थे। उनमें से एक ने खुद को विस्फोट से उड़ा लिया। तुलक ने बताया कि हमले में प्रार्थना में शामिल हुए लोगों में से कोई हताहत नहीं हुआ। दक्षिण सुलावेसी पुलिस के प्रमुख मरदिस्यम ने बताया कि एक हमलावर की मौत हो गई तथा चार सुरक्षाकर्मी और पांच नागरिक घायल हो गए। दुनिया के सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया में वर्ष 2002 में बाली द्वीप पर बमबारी में 202 लोग मारे गए थे। इस हमले में मारे गए ज्यादातर लोग विदेशी पर्यटक थे।
हमेशा से कट्टरपंथियों के निशाने पर रहते हैं इंडोनेशिया के चर्च
इंडोनेशिया में चर्चों को हमेशा से ही कट्टरपंथी आतंकियों द्वारा निशाना बनाया जाता रहा है। इंडोनेशिया दुनिया का सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाला मुल्क है। 2018 में देश में हुए एक ऐसे ही हमले में दर्जनों लोगों की मौत हो गई थी। इंडोनेशिया के दूसरे सबसे बड़े शहर सुराबाया में रविवार को एक चर्च में पूजा अर्चना के दौरान आत्मघाती हमलावरों का एक परिवार चर्च में दाखिल हुआ और खुद को बम से उड़ा लिया।