8 कमांडो ने 35 मिनट में 17 बच्चों को छुड़ाया:मुंबई के स्टूडियो में बाथरूम के रास्ते एंट्री की, आरोपी ने फायर किया तो गोली मार दी

मुंबई के पवई इलाके के रा स्टूडियो में गुरुवार को 17 बच्चों समेत 19 लोगों को बंधक बनाने वाला 50 वर्षीय रोहित आर्या नाम का यूट्यूबर एनकाउंटर में मारा गया। क्विक रिस्पॉन्स टीम के 8 कमांडो ने 35 मिनट में बच्चों सहित सभी लोगों का छुड़ा लिया।

आरोपी ने 10 से 15 साल के 100 बच्चों को वेब सीरीज के ऑडिशन के नाम पर बुलाया था। यह ऑडिशन दो दिन चलना था। ऑडिशन के दौरान ही उसने 17 बच्चों को एक कमरे में बंद कर दिया। बंधक बनाने के बाद आर्या ने वीडियो जारी कर खुद के आतंकी नहीं होने का दावा किया।

उसने धमकी दी कि उसे कुछ हुआ तो बच्चों को नुकसान होगा। मुंबई पुलिस को इसकी सूचना दोपहर करीब डेढ़ बजे मिली। इसके बाद कमांडोज और पुलिस ने स्टूडियो की घेराबंदी की। पुलिस बाथरूम के रास्ते स्टूडियो में घुसी।

इस दौरान, रोहित ने पुलिस टीम पर एयर गन से हमला कर दिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने फायरिंग की, जिससे आर्य घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां शाम 5:15 बजे उसकी मौत हो गई। रोहित पुणे का रहने वाला था। आरए स्टूडियो में ऑडिशन लेता था। यूट्यूब चैनल भी चलाता था।

आरोपी रोहित बोला- मुझे बस कुछ सवाल पूछने हैं

रोहित ने बंधक बनाने के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था, जिसमें वह कह रहा था…

  • “मैं रोहित आर्या हूं। सुसाइड करने के बजाय मैंने एक योजना बनाई है और कुछ बच्चों को यहां बंधक बनाकर रखा है। मेरी ज्यादा मांगें नहीं हैं। मेरी बहुत ही साधारण मांगें हैं, नैतिक मांगें हैं और कुछ सवाल हैं। मैं कुछ लोगों से बात करना चाहता हूं, उनसे सवाल पूछना चाहता हूं और अगर उनके जवाबों के जवाब में मेरे पास कोई सवाल हो, तो मैं उनसे भी पूछना चाहता हूं, लेकिन मुझे ये जवाब चाहिए।
  • “मुझे और कुछ नहीं चाहिए। मैं कोई आतंकवादी नहीं हूं, न ही मैं बहुत ज्यादा पैसे की मांग करता हूं, और मैं कोई अनैतिक मांग नहीं कर रहा हूं। मैंने एक प्लान के तहत बच्चों को बंधक बनाया है। अगर मुझे थोड़ा भी उकसाया गया तो मैं इस जगह (स्टूडियो) को आग लगा दूंगा। मैंने आत्महत्या का कदम उठाने के बजाय यह प्लान बनाया था। मुझे उकसाया न जाए, नहीं तो मैं बच्चों को नुकसान पहुंचाने वाला कदम उठा लूंगा।”

क्या है 2 करोड़ बकाए का आरोप, पूर्व मंत्री का जवाब

शिवसेना नेता और पूर्व मंत्री दीपक केसरकर ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए बताया कि जब मैं शिक्षा मंत्री था तब मैंने खुद रोहित आर्या को चेक से भुगतान किया था।

रोहित आर्या ‘माय स्कूल ब्यूटीफुल स्कूल’ (My School Beautiful School) योजना से जुड़ा हुआ था। रोहित ने उनके घर के बाहर भूख हड़ताल भी की थी।

केसरकर ने आगे कहा, किसी भी सरकारी भुगतान के लिए सभी प्रक्रियाएं पूरी करनी होती हैं। इसलिए उसका यह आरोप कि 2 करोड़ रुपए नहीं मिले, गलत है। इसके लिए उसे विभाग में जाकर दस्तावेज जमा करने चाहिए।

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