देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों के मद्देनजर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। दिल्ली में कोरोना मरीज जिस तेजी से बढ़ रहे हैं। इस संख्या ने सरकार को चिंता में डाल दिया है। माना जा रहा है कि संक्रमण रोकने के लिए सरकार कुछ और कठोर फैसले लेने पर विचार कर रही है। इन मामलों पर इस बैठक में चर्चा होगी। इसके अलावा 12 बजे स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य सचिव एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी कोरोना की वर्तमान स्थिति पर सीएम बैठक करेंगे।
उधर, राजधानी दिल्ली में बुधवार को 24 घंटे के दौरान कोरोना संक्रमण रिकॉर्ड 17,282 नए मामले सामने आए। इस तरह कोरोना के संक्रमण की दर भी बढ़कर 15.92 फीसद हो गई है। इससे पहले पिछले साल 15 नवंबर के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब संक्रमण दर 16 फीसद के करीब पहुंची थी। चिंताजनक यह है कि इस लहर में पहली बार मृतकों की संख्या भी 100 के पार पहुंच गई। पिछले 24 घंटे में 104 मरीजों की मौत हो गई। वहीं, एक दिन पहले 13,468 मामले आए थे। इससे एक तरफ जहां सक्रिय मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। वहीं, मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। वहीं, मरीजों के ठीक होने की दर लगातार घट रही है।
24 घंटे में बढ़ गए 746 कंटेनमेंट जोन
उधर, कोरोना के बिगड़ते हालात के बीच दिल्ली के सभी इलाकों में कंटेनमेंट जोन की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। हालात यह हैं कि 24 घंटे में ही दिल्ली के विभिन्न जिलों में 746 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। चिंताजनक बात यह है कि दक्षिणी जिलें संक्रमण की गति सबसे तेज है। यहां 24 घंटे में ही सबसे ज्यादा 169 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं।
यह भी जानिये
- 21,158 कंटेनमेंट जोन थे 10 अप्रैल तक
- 23,555 कंटेनमेंट जोन हो गए 14 अप्रैल को
- 15,922 कंटेनमेंट जोन डी-कंटेन हुए थे
- 10 अप्रैल तक 16,007 कंटेनमेंट जोन खत्म हुए
- 14 अप्रैल तक 1632 कंटेनमेंट जोन दक्षिणी जिले में
- 13 अप्रैल को थे 1,797 कंटेनमेंट जोन
- 14 अप्रैल को गए
- 117 कंटेनमेंट जोन ही 20 मार्च को दक्षिणी जिले में थे