असम विधानसभा चुनाव में मतदान के बाद कांग्रेस गठजोड़ के उम्मीदवार आजकल छत्तीसगढ़ और राजस्थान के अजमेर में पालिटिकल टूरिज्म का मजा ले रहे हैं। छत्तीसगढ़ में बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के दस उम्मीदवार प्रसिद्ध चित्रकोट जलप्रपात देखने गए जबकि अजमेर में पुलिस की सुरक्षा के बीच कांग्रेस गठबंधन के सत्रह प्रत्याशियों ने ख्वाजा गरीब नवाज हजरत मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में माथा टेका और तीर्थराज पुष्कर में ब्रह्मा जी के मंदिर में दर्शन भी किए।
असम कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री अर्पूबा कुमार भट्टाचार्य ने कहा कि महाजोत गठबंधन के सहयोगी बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के विधानसभा उम्मीदवार चुनाव की थकान दूर करने के लिए छत्तीसगढ़ की सैर पर गए हैं। असम चुनाव के उम्मीदवारों के छत्तीसगढ़ पहुंचने पर राजनीतिक बयानों के तीर भी चल रहे हैं। उम्मीदवार गत दिवस रायपुर पहुंचे थे। यहां से उनको बस्तर के चित्रकोट भेजा गया है। चित्रकोट जलप्रपात को बस्तर का नियाग्रा कहा जाता है। सभी उम्मीदवार अगले दो दिन वहां रहेंगे। इस मामले पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. रमन सिंह ने कहा कि शंका की कोई बीमारी नहीं है। कांग्रेस अपनी हार से डरी हुई है, इसलिए लोगों को इकठ्ठा कर रही है। कांग्रेस को अपने गठजोड़ के साथियों पर भरोसा होना चाहिए कि वह हमारे साथ हैं और चुनाव जीतने के बाद भी हमारे साथ रहेंगे। असम में भाजपा जीत रही है। कांग्रेस अपने उम्मीदवारों को छत्तीसगढ़ ले जाए, राजस्थान ले जाए, इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।
वहीं, छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार के मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि आजकल की राजनीति में कभी कोई किसी को तोड़ता है, तो कभी कोई दूसरा किसी और को तोड़ता है। प्रलोभन की बात भी सामने आती है। असम में कांग्रेस गठजोड़ के प्रत्याशियों के दल ने राजस्थान में भी भ्रमण किया। असम में कांग्रेस गठबंधन की सहयोगी पार्टी एआईयूडीएफ से जुड़े 17 सदस्यों के दल ने दरगाह शरीफ पहुंचकर गरीब नवाज की बारगाह में मखमली चादर एवं अकीदत के फूल पेश करके मकसद में सफलता की कामना की। प्रत्याशियों ने मन्नत का धागा बांधा। उन्होंने तीर्थराज पुष्कर पहुंच कर जगत पिता ब्रह्मा मंदिर के दर्शन भी किए।