दूध-दही के प्रदेश हरियाणा में बेहतर रोग प्रतिरोधक क्षमता और मजबूत इच्छाशक्ति के चलते महामारी की चपेट में आने के बावजूद 99.1 फीसद मरीज कोरोना को आसानी से हरा रहे हैं। इस महीने कुल एक लाख 21 हजार लोग संक्रमण की चपेट में आए हैं, जिनमें से 60 हजार लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। हालांकि इस दौरान 500 लोगों की मौत भी हुई है। इसके बावजूद राष्ट्रीय औसत से काफी नीचे चल रही मृत्यु दर राहत देने वाली है।
पिछले 24 दिनों में मिले संक्रमित लोगों में से आधे से ज्यादा मरीज कोरोना को हरा चुके हैं। प्रदेश में हर रोज तकरीबन 50 हजार सैंपल लिए जा रहे हैं। इनमें से करीब 23 फीसद सैंपल पाजिटिव मिल रहे हैं। अभी तक प्रदेश में कुल 71 लाख नमूने लिए गए हैं, जिनमें से चार लाख से ज्यादा संक्रमित मिले। यानी कि ओवरआल 5.72 फीसद लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। प्रदेश में मृत्यदुर की औसत भी 0.90 फीसद है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह एक फीसद से ज्यादा है।
चिकित्सकों के मुताबिक कोरोना की दूसरी लहर बहुत खतरनाक है। यह संक्रमण फेफड़े को अधिक प्रभावित कर रहा है। मजबूत इम्युनिटी होने पर ही इस संक्रमण से लड़ा जा सकता है। जरूरी है कि मास्क व सैनिटाइजर का नियमित इस्तेमाल करें। दिनचर्या को सुधारें। पौष्टिक आहार लेते रहें। विटामिन सी व विटामिन डी को मजबूत करें। संक्रमण से बचाव में संतरा, नीबू, आंवला मौसमी का सेवन बहुत जरूरी है। भरपूर नींद लें और सुबह जल्दी उठें। भोजन में हरी सब्जी की मात्रा बढ़ाएं। सलाद अधिक लें। दो गज की दूरी का पालन जरूर करें। जरूरी न हो तो घर से बाहर न निकलें। खुद के साथ दूसरे को भी बचाएं।
इसके अलावा योग की मदद से भी महामारी को आसानी से हराया जा सकता है। नियमित रूप से कपालभाति करने से शरीर में आक्सीजन लेवल बढ़ जाता है। पाचन क्षमता विकसित होती है और शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। हालांकि आपरेशन कराने वाले लोगों और गर्भवती महिलाओं को कपालभाति नहीं करना चाहिए।
इमरजेंसी में अस्पतालों में इलाज के अलावा हेल्पलाइन के जरिये भी टेली मेडिसिन उपलब्ध कराई जा रही है। हेल्पलाइन नंबर 8558893911, 1075 और 108 (एंबुलेंस सेवा) पर फोन कर आप तत्काल मदद ले सकते हैं।प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना मरीजों की जांच के लिए 60 से अधिक मोबाइल टीमें फील्ड में उतारी गई हैं। समर्पित 47 कोविड केयर अस्पतालों और 11 मेडिकल कालेजों में 4272 बेड के अलावा पूरे प्रदेश में 67 हजार 394 बेड कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध हैं। आयुष विभाग महामारी से निपटने के लिए 12.19 लाख से अधिक लोगों को रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाएं वितरित कर चुका है।