टीके की कीमतों को लेकर सियासत तेज, आपस में भिड़े भाजपा और कांग्रेस, जानें किसने क्‍या कहा

देश में कोरोना की दूसरी लहर बेकाबू होने की ओर है। कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा रोज नए रिकॉर्ड बना रहा है। सरकार ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई को तेज करते हुए टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण का एलान किया है। अभियान अभी शुरू भी नहीं हुआ है कि कोविड वैक्‍सीन की कीमतों को लेकर सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस ने टीके की कीमतों को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं भाजपा नेता एवं केंद्रीय मंत्री मुख्‍तार अब्‍बास नकवी ने कांग्रेस पर करारा पलटवार किया है। जानें किसने क्‍या कहा…

लगाए ये आरोप 

कांग्रेस ने टीकाकरण की नीति को भेदभावपूर्ण बताया। कांग्रेस महासचिव और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार मुनाफाखोरों को 1.11लाख करोड़ रुपए की मुनाफाखोरी करने की अनुमति दे रही है। उन्‍होंने कहा कि सरकार ने गरीबों को मुफ्त वैक्‍सीन उपलब्ध कराने की अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है।

टीका नीति को भेदभावपूर्ण बताया

सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने भेदभावपूर्ण टीका नीति पेश किया है। सरकार टीकाकरण की आड़ में मुनाफाखोरी को छूट दे रही है। उन्‍होंने सवाल उठाया कि टीके को लेकर सरेआम मुनाफाखोरी की अनुमति कैसे दी जा सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसका जवाब देना चाहिए।

राहुल ने लगाए ये आरोप 

वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अपनी छवि बचाने के लिए कोरोना महामारी से हुई मौतों का आंकड़ा कम बता रही है। उन्‍होंने ट्वीट कर कहा कि सिस्टम फेल है इसलिए ये जनहित की बात करना जरूरी है। इस मुश्किल वक्‍त में देश को जि‍म्मेदार नागरिकों की दरकार है।

कांग्रेस पर करारा हमला 

इन आरोपों के जवाब में केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मोर्चा संभाला। उन्‍होंने कहा कि जो लोग पहले कोरोना के स्वदेशी टीकों के प्रभाव पर भय पैदा कर रहे थे। अब वो टीकों की कीमत पर भ्रम पैदा कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि इस मुश्किल वक्‍त में सभी को समाधान का हिस्सा बनना चाहिए… ना की भय और भ्रम का किस्सा गढ़ना चाहिए।

कब्रिस्तान के हॉरर शो से बाहर निकलें 

नकवी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में घबराहट नहीं बचाव, सावधानी और उपचार जरूरी है। उन्‍होंने कहा कि सबको शमशान कब्रिस्तान के हॉरर शो से बाहर निकल कर समाज में भरोसा कायम करने के संकल्प के साथ काम करना होगा। उन्‍होंने बताया कि केंद्र सरकार 150 रुपए प्रति खुराक की दर पर दोनों स्वदेशी टीके खरीद रही है। साथ ही राज्यों को दोनों टीके पूरी तरह निःशुल्क उपलब्‍ध करा रही है।