डायबिटीज के मरीज ऐसे करें गुड़मार का सेवन, दिन भर रहेगा ब्लड शुगर कंट्रोल

डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है, जो एक बार हो जाने के बाद ज़िंदगीभर साथ रहती है। इस बीमारी में शुगर मैनेज करना मुश्किल टास्क होता है। इसके लिए मधुमेह के मरीजों को मीठा खाने की मनाही होती है। विशेषज्ञों की मानें तो खराब दिनचर्या और अनुचित खानपान के चलते मधुमेह आम बीमारी बनती जा रही है। हालांकि, यह बीमारी लापरवाही बरतने पर खतरनाक रूप अख्तियार कर लेती है। अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं और ब्लड शुगर कंट्रोल करना चाहते हैं, तो गुड़मार की पत्तियों का सेवन कर सकते हैं। कई शोधों में यह खुलासा हो चुका है कि गुड़मार डायबिटीज के लिए रामबाण दवा है। इसके सेवन से इंस्टेंट ब्लड शुगर कम होता है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-

गुड़मार क्या है

आयुर्वेद में गुड़मार को रामबाण औषधि कहा जाता है। यह भारत के मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में पाया जाता है। इसके अलावा, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका और चीन में भी गुड़मार आसानी से मिल जाता है। इसका नाम गुड़मार “मिठास खत्म करने के चलते रखा गया है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो इंस्टेंट शुगर कंट्रोल कम करने में सहायक होते हैं। गुड़मार के पत्ते, तने और जड़ का आयुर्वेद, यूनानी और सिद्ध पद्धति में दवा की तरह इस्तेमाल किया जाता है।

क्या कहती है शोध

रिसर्च गेट पर छपी एक शोध में गुड़मार के फायदे को विस्तार से बताया गया है। इस शोध की मानें तो गुड़मार के पत्ते में एंटी-डायबिटिक के गुण पाए जाते हैं। यह न केवल मधुमेह बल्कि कई अन्य बीमारियों में फायदेमंद साबित होती है।

ऐसे करें सेवन

विशेषज्ञों की मानें तो गुड़मार की पत्तियों का सेवन करने से एक घंटे तक मिठास का स्वाद खत्म हो जाता है। इसके लिए रोजाना खाली पेट गुड़मार की पत्तियों को चबाकर खाएं। इसके बाद एक गिलास पानी पिएं। इससे न केवल शुगर लेवल कम होता है, बल्कि दिनभर शुगर लेवल नहीं नहीं बढ़ता है।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।