कोरोनावायरस की दूसरी लहर ने लाखों लोगों को अपनी चपेट में ले रखा है। इस वायरस से पीड़ितों की संख्या इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि अस्पताल मरीज़ों से फुल हैं। सरकार ने कहा है कि कोरोना के कम लक्षण वाले मरीज़ घर में आइसोलेशन में रह कर भी इस बीमारी का उपचार कर सकते हैं। कोरोना के कम लक्षण वाले मरीज़ घर में ही उपचार कर रहे हैं, लेकिन घर में उनकी देखभाल करने की जिम्मेदारी परिवार के दूसरे सदस्यों पर आ जाती है। ऐसे में परिवार के स्वस्थ लोगों को खुद को संक्रमण से बचाना भी जरूरी है। जिन लोगों के घर छोटे है उन लोगों के लिए खुद को इस वायरस से महफूज रखना थोड़ा मुश्किल काम है। आप भी घर में मरीज़ की देखभाल कर रहे हैं और मरीज़ के आस-पास ज्यादा वक्त बिता रहे हैं तो हम आपको बताते हैं कि कैसे इस महौल में आप खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
मरीज़ का कमरा शेयर कर रहे हैं तो….
कोरोना पॉजिटिव मरीज़ से दो गज की दूरी है बहुत जरुरी है, लेकिन अगर आपके पास जगह की कमी है और आप मजबूरी में ही मरीज़ के साथ कमरा शेयर कर रहे हैं तो हर वक्त चेहरे पर मास्क का इस्तेमाल करें। याद रखें कि मास्क को हाथ नहीं लगाएं। कमरे से बाहर जाते समय मास्क को कमरे के डस्टबिन में फेंक कर जाएं और बाहर दूसरे मास्क का इस्तेमाल करें। मरीज़ से कमरे में 6 फीट की दूरी बना कर रहें।
एक ही बाथरूम शेयर करते हैं तो…
अगर आपके घर में एक ही बाथरूम हैं तो आप टाइम टेबल बना लें। मरीज़ के इस्तेमाल करने से पहले आप खुद बाथरूम का इ्स्तेमाल करलें उसके बाद बाथरूम को साफ कर दें।
मरीज़ की छूई हुई चीज़ों को करें सैनिटाइज़:
मरीज जिन चीज़ों को छूता है उन्हें सबसे पहले डिसइंफेक्ट कर लें। मरीज़ को टीशू पेपर और हाथों के दस्ताने दें और उन्हें अलग डस्टबिन में फेंके।
घर को करें कई बार साफ…
मरीज़ जिस रूम में रहता है उसे दिन में कई बार साफ करें। मरीज़ के बर्तन, तोलिया और ब्रश जैसे जरूरी सामान अलग रखें। मरीज़ के कपड़े अलग से वॉश करें। मरीज़ का कोई भी काम करने के बाद हाथ जरूर वॉश करें।
ग्लव्स का करें इस्तेमाल:
मरीज़ के सभी कामों को करने के लिए ग्लव्स का इस्तेमाल करें। मरीज़ को खाने खिलाने से लेकर मरीज़ की दवाईयां या कपड़े पहनाते समय भी ग्लव्स का इस्तेमाल करें। याद रखें कि ऐसे में अपने हाथ नाक, आंख या मुंह पर नहीं लगाएं।
घर में वेंटिलेशन ठीक रखें:
मरीज़ जिस कमरे में है उस कमरे का वेंटिलेशन दुरुस्त रखें। दरवाजे़ खिड़कियां खोल कर रखें।
मरीज़ के लिए डिस्पोजेबिल बर्तन का करें सेवन:
मरीज़ के इस्तेमाल करने के लिए डिस्पोजेबिल बर्तन का इस्तेमाल करें इसके वॉश करने का झंझट नहीं रहेगा। मरीज़ के इस्तेमाल के बाद आप इन बर्तनों को सीधे डस्टबिन में फेंक दें संक्रमण का खतरा कम रहेगा।
खुद की भी करते रहें जांच:
आप मरीज़ की तभी देखभाल कर सकते हैं जब आप खुद सेहतमंद रहें। आप मरीज़ को आइसोलेट करें और खुद भी डबल मास्क का इस्तेमाल करें।
दिन में दो बार गर्म पानी से गरारे करें:
मरीज की देखभाल के लिए फेस शील्ड और फेस कवर का इस्तेमाल करें तो आप ज्यादा सुरक्षित रह सकेंगे।
मरीज़ की देखभाल करने वाले इंसान का सेहतमंद होना जरूरी है। आप समय-समय पर खुद को सैनिटाइज करें और बार-बार हाथ वॉश करें। रोज़ाना बुखार और अपना ऑक्सीजन लेवल की जांच करें।