Fight Corona:अगर आप अनहेल्दी महसूस कर रहे हैं तो घबराइए नहीं बल्कि UNICEF के बताएं 4 सुझाव अपनाएं

कोरोनावायरस नाम की सुनामी का कहर देश और दुनियां पर हावी है। इस वायरस से बचाव का एक ही रास्ता है खुद को भीड़-भाड़ से दूर रखें और चेहरे पर असरदार मास्क जरूर लगाएं । कोरोनावायरस बहुत जल्द ही लोगों को अपनी चपेट में ले लेता है, अगर आप अपने में कोरोना के लक्षण महसूस करते हैं तो घबराइए नहीं। UNICEF INDIA लोगों को सचेत कर रहा है कि अगर आप खुद को बीमार महसूस करते हैं तो कुछ सावधानियों का पालन करें। आप कोरोनावायरस से घबराइए नहीं बल्कि इसका सामना कीजिए, ये वायरस कुछ दिनों में ठीक हो जाता है। आइए जानते हैं कि अगर आप इस वायरस की चपेट में आ गएं हैं तो आपको कौन-कौन सी सावधानियां बरतने की जरूरत है।

खुद को आइसोलेट करें:

जैसे ही आप सर्दी-खांसी, बुखार, पेट खराब, डायरिया जैसे लक्षण महसूस करें तो घबराएं नहीं बल्कि खुद को सबसे पहले आइसोलेट करें। आप कोविड का टेस्ट कराने का या फिर उसकी रिपोर्ट आने का इंतजार नहीं करें। आप खुद को आइसोलेट करके इस संक्रमण को फैलने से बचा सकते हैं।

अपना ऑक्सीजन लेवल चेक करें:

अगर आपका सांस ज्यादा फूल रहा है या फिर सांस लेने में किसी भी तरह की दिक्कत है तो सबसे पहले अपना ऑक्सीजन लेवल चेक करें। सांस तेजी से चल रहा है तो हर छह घंटे बाद ऑक्सीमीटर से अपना ऑक्सीजन चेक करें। ऑक्सीजन एक बार चेक करने के बाद 6 मिनट तक वॉक करें फिर दोबारा से चेक करें। अगर आपका ऑक्सीजन लेवल 94% से कम है तो आपको तुरंत अपनी केयर करने की जरूरत है।

बुखार को लगातार चेक करें:

अगर आपको बुखार आ रहा है तो आप हर छह घंटे बाद अपना बुखार चेक करें। ध्यान दें कि अगर बुखार 101F से अधिक है और तीन दिनों से आ रहा है तो आप तुरंत डॉक्टर से इलाज कराएं। बुखार की वजह से थकान या बदन दर्द हो सकता है इसलिए घबराएं नहीं बल्कि हिम्मत से खुद को स्ट्रॉंग बनाएं। याद रखें कि कोरोना के ज्यादातर मरीज़ ठीक हो जाते हैं कुछ ही मरीज़ों को अस्पताल में भर्ती होने की नौबत आती है।

कब आपको एमर्जेंसी केयर करने की जरूरत है:

  • अगर आपको सांस लेने में दिक्कत हो रही है या ऑक्सीजन कम महसूस कर रहे हैं।
  • चेहरा और होंठ नीला होने लगे तो फौरन आपको इलाज की जरूरत है।
  • जब आप बेहोशी महसूस करें तो फौरन आपको इमर्जेंसी केयर की जरूरत है।
  • चेस्ट में दर्द की शिकायत होने पर
  • जब ज़ुबान लड़खड़ाएं
  • जब आप चलने-फिरने में अस्मर्थ हो या आपमें खड़े होने की हिम्मत नहीं हो तो आप फौरन डॉक्टर या अस्पताल जाएं।