कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के गति पकडऩे के बीच में लखनऊ पहुंची थाईलैंड की कोरोना संक्रमण से मौत के हाई प्रोफाइल मामले की जांच लखनऊ पुलिस करेगी। लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में थाईलैंड की तीन मई को मौत के बाद उसकी छह मई को अन्येष्टि भी करा दी गई। मामले ने शनिवार को तूल पकड़ा और लखनऊ के बड़े व्यापारी पुत्र की मेहमान के रूप में थाईलैंड की इस युवती पियाथीडा विचापोर्नस्कुल के आगमन के कारण विपक्षी दलों ने भी काफी हंगामा किया।
लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने इस प्रकरण की जांच डीसीपी पूर्वी के नेतृत्व में टीम को सौंपी है। लखनऊ पुलिस कमिश्नर के निर्देश के बाद डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन के नेतृत्व में गठित एक टीम इस मामले की जांच में जुट गयी है। इस टीम ने अपनी जांच भी शुरू कर दी है और कई लोगों से पूछताछ भी की गई है। साक्ष्य संकलन किए जा रहे हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। अभी और लोगों से पुछताछ की जाएगी, जिनमें थाईलैंड की युवती को आरएलएल में भर्ती कराने वाले एजेंट सलमान और रायपुर से थाइलैंड की युवती की मदद के लिए सलमान को फोन करने वाले राकेश शर्मा से भी पड़ताल की जाएगी। थाईलैंड की युवती की कोरोना संक्रमण से मृत्यु का मामला तूल पकड़ चुका है। इस मामले में बिना किसी की तरफ से रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद भी पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
दो दिन शांत रही पुलिस: इस पूरे मामले में पुलिस दो दिन तक खामोश रही। पुलिस की चुप्पी ने कई सवाल खड़े कर दिए। सामान्य घटनाओं में तेजी दिखाने वाली लखनऊ पुलिस विदेशी युवती की मौत की छानबीन से कतराती रही। हालांकि हंगामा बढ़ता देख रविवार रात में पुलिस आयुक्त ने जांच के आदेश दिए। बताया जा रहा है कि युवती कई दिन तक हजरतगंज के एक होटल में ठहरी थी। इस बीच उसकी तबीयत बिगड़ी तो उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
भाजपा से राज्यसभा सदस्य ने लिखा लखनऊ पुलिस कमिश्नर को पत्र: भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सदस्य सांसद संजय सेठ ने पुलिस कमिश्नर लखनऊ को पत्र लिखकर कहा है कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। थाइलैंड की लड़की कहां से लखनऊ आई, यहां पर किन लोगों के संपर्क में रही, किस आधार पर सपा नेता और कुछ मीडिया से जुड़े लोगों ने उनके बेटे का नाम इसमें शामिल किया। उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला फर्जी समाचार फैलाकर सनसनी मचाने और प्रतिठति लोगों की छवि धूमिल करने वाले गैंग से जुड़ा हुआ लग रहा है। दूसरी ओर थाईलैंड की युवती को अस्पताल में भर्ती कराने वाले युवक सलमान ने युवती के जिस्म फरोशी के धंधे से जुड़े होने को गलत बताया है। उसने कहा कि वह ऐसे लोगों के खिलाफ मानहानि का दावा करेंगे जो अफवाह फैला रहे हैं। थाईलैंड की युवती के लखनऊ आकर कोरोना से मौत होने का मामला पहले दिन से कॉलगर्ल रैकेट से जुडऩे की वजह से चर्चा में छाया रहा। रविवार की सुबह समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने जब ट्वीट कर आरोप लगाया कि थाईलैंड की जिस कॉलगर्ल की लखनऊ में मौत हुई है उसे तो भारतीय जनता पार्टी के सांसद व बिल्डर संजय सेठ के बेटे ने लखनऊ बुलाया था। उनके आरोप लगाने के बाद मामला सनसनीखेज बन गया। आखिरकार शाम को भाजपा सांसद संजय सेठ का पत्र सार्वजनिक हुआ जो उन्होंने पुलिस कमिश्नर लखनऊ डीके ठाकुर को भेजा है। इस पत्र में उन्होंने कहा कि उन्हें अपने कुछ मित्रों से मालूम हुआ कि सोशल मीडिया पर इस तरह की चर्चा की जा रही है कि थाईलैंड की लड़की को उनके बेटे ने बुलाया था। इस पर आपत्ति जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि सपा नेता आईपी सिंह के ट्वीट को कई पत्रकारों ने रीट्वीट किया है। वॉटसअप पर भी इसे फैलाया जा रहा है। इस तरह की गतिविधि रुकनी चाहिए।
आईटी एक्ट के तहत ऐसे लोगों पर मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए जो निराधार और झूठी बातों को फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की पुलिस की ओर से जांच की जानी चाहिए कि आखिर सपा नेता को यह जानकारी कहां से मिली कि थाईलैंड की युवती को मेरे बेटे ने बुलाया था। इसका उनके पास क्या सुबूत है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी इस मामले में जांच करने की जरूरत है कि जो लड़की यहां आकर कोरोना से मरी है वह किसके बुलावे पर आई थी। यहां किन लोगों के संपर्क में रही है। किन लोगों के मोबाइल फोन नंबर उसके संपर्क में थे।पुलिस अपनी इन्वेस्टिगेशन में मृतका की कॉल डिटेल के आधार पर उसके करीबियों को खंगाले। किसके कहने पर मृतका अस्पताल में भर्ती कराई गई? किसके कहने पर लखनऊ आई थी? कहां ठहरी थी? कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस इसकी जांच करे। लड़की को लखनऊ लाने वाले एजेंट सलमान की भूमिका की भी पुलिस जांच करे। संजय सेठ ने दो पेज के शिकायती पत्र में पुलिस कमिश्नर से कहा है कि उनके परिवार को बदनाम करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
विभूति खंड पुलिस ने थाईलैंड दूतावास की अनुमति पर छह मई को शव का अंतिम संस्कार कराया। इंस्पेक्टर विभूति खंड का कहना है कि युवती के गाइड सलमान के सामने थाईलैंड दूतावास से अनुमति लेकर उसका दाह संस्कार करवाया गया। इंस्पेक्टर ने युवती को किसने और क्यों बुलाया था। इसके बारे में जानकारी से इन्कार किया है। इधर लोहिया अस्पताल के रजिस्टर में युवती ने हजरतगंज का पता दर्ज कराया था। इस संबंध में जब इंस्पेक्टर हजरतगंज श्यामबाबू शुक्ला से पूछा गया तो उन्होंने इन्कार किया।