कोरोना संक्रमण से बचने की खातिर दिल्ली का एक परिवार जींद में आकर किराए के मकान में रहने लगा था लेकिन रविवार शाम को मकान की छत गिर गई, जिसमें परिवार के मुखिया की मौत हो गई। शहर थाना पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव स्वजनों को सौंप दिया।
दिल्ली के मोजीपुर निवासी 48 वर्षीय किशोर दिल्ली में रहता था। दिल्ली में कोरोना महामारी के ज्यादा फैलने के कारण वह दिल्ली छोड़ जींद के पटियाला चौक के सावित्री नगर में धन्नूराम का मकान किराए पर लेकर रहने लगा। रविवार शाम को वह अपने मकान में लेटा हुआ था और उसकी पत्नी रसोई में खाना बना रही थी। तभी मकान की छत गिर गई और छत का मलबा किशोर के ऊपर आ गिरा।
इसमें किशोर गंभीर रूप से घायल हो गया। गंभीर हालत में किशोर को नागरिक अस्पताल में लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। मृतक की पत्नी कमलेश ने बताया उसका पति दिल्ली में आटो चलाता था। कोरोना संक्रमण से परिवार को बचाने के लिए वह तीन दिन पहले अपने चार बच्चों के साथ जींद पहुंचे थे। मकान भी किराए पर मिल गया, वह खाना बना रही थी, उसके पति कमरे में चारपाई पर लेटे हुए थे। अचानक कमरे की छत का हिस्सा टूट गया और मलबा उसके पति पर आ गिरा। इसके चलते उसके पति की मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर शहर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और मृतक के शव का पोस्टमार्टम करा शव स्वजनों को सौंप दिया। पटियाला चौक चौंकी प्रभारी रामानंद ने बताया कि मृतक किराए के मकान में रह रहा था। छत गिरने से उसकी मौत हो गई।