नई दिल्ली, एएनआइ। कोरोना के खिलाफ देश इस वक्त एकजुट होकर लड़ रहा है। इस बीच ड्रग्स कंट्रोल जनरल ऑफ इंडिया (Drugs Controller General of India) ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसीत की गई दवा के आपातकालीन इस्तेमाल की मूंजरी दे दी है। क्लीनिकल परीक्षण में सामने आया है कि इस दवा के माध्यम से अस्पताल में भर्ती मरीजों की रिकवरी जल्दी हो रही है साथ ही मरीजों में सप्लीमेंट ऑक्सीजन निर्भरता भी कम हो रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन की ओर से विकसित की गई दवा 2-डीजी के बारे में सरकार का कहना है कि यह कोरोना के इलाज में बेहद उपयोगी होगी। साथ ही इस महामारी के खिलाफ जारी लड़ाई में निर्णायक साबित हो सकती है। इसका निर्माण आइएनएमएस द्वारा डीआरडीओ की लैब में डा. रेड्डीज लैब के साथ मिलकर हैदराबाद में किया गया है।
कई विशेषज्ञों का कहना है कि इस दवा का इस्तेमाल कैंसर रोगियों के इलाज के लिए भी किया जाता है। बता दें कि भारत के औषधि महानियंत्रक ने पिछले वर्ष मई में ही डा. रेड्डीज लैब को 2-डीजी दवा के कोरोना मरीजों पर क्लीनिकल परीक्षण की मंजूरी प्रदान की थी।
आंकड़ों से यह पता चला है कि देश के दो दर्जन से भी अधिक सरकारी और निजी अस्पतालों में अगस्त माह तक इसके तीसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण जारी रहेंगे। इस परीक्षण में 220 मरीजों को शामिल किया जाएगा। दरअसल, 2-डीजी दवा का तीसरे चरण का क्लीनिकल परीक्षण जनवरी में शुरू हुआ था जबकि दूसरे चरण का परीक्षण पिछले वर्ष जून से सितंबर के बीच हुआ था जिसमें 110 मरीजों को शामिल किया गया था।