भिवानी के गांव ढाणी लक्ष्मण निवासी टीचर मनीषा की मौत मामले में एसपी के तबादले व पुलिस कर्मचारियों को सस्पेंड करने पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बयान दिया। सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि “हमने कार्रवाई इसलिए की, मनीषा के पिता ने कहा कि मैंने 112 बुलाया। उन्होंने आकर ये शब्द कहे।
फिर वह एप्लिकेशन लेकर थाने में गया, तो वहां भी पुलिस के लोगों ने व्यवहार ठीक नहीं किया। मनीषा के पिता ने ज्यों ही ये सब बताया तो हमने सख्त कार्रवाई पुलिस के खिलाफ की है। एसपी व पुलिस अधिकारियों के खिलाफ जांच भी खोली है, कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। हमारी जिम्मेदारी है लॉ एंड ऑर्डर को मेंटेन करना और लोगों की बात सुनकर उनको राहत देना।”
एसपी का किया था तबादला, 5 पुलिसकर्मी किए थे सस्पेंड
बता दें की मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सिरसा में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे थे। जिस पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मनीषा मौत मामले पर सवाल पूछा तो उन्होंने यह जवाब दिया। वहीं 15 अगस्त को सरकार ने भिवानी के एसपी का तबादला कर दिया था और एसएचओ सहित 5 पुलिस कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया था।
सीबीआई करेगी जांच
भिवानी के गांव ढाणी लक्ष्मण निवासी शिक्षिका मनीषा की मौत मामले में अब सीबीआई द्वारा जांच की जाएगी। जांच सीबीआई को सौंपने को लेकर पुलिस द्वारा प्रक्रिया चल रही है। अब सीबीआई द्वारा मामले की जांच की जाएगी और इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
मनीषा के पिता संजय ने वीडियो जारी करते हुए कहा कि “मैं एक निवेदन करना चाहता हूं कि मेरी बेटी मनीषा की मौत के बारे में जनता ने व हमने हरियाणा सरकार से 2 मांगे थी। एक सीबीआई से जांच हो और दूसरी एम्स से पोस्टमॉर्टम हो। हरियाणा सरकार ने तुरंत एक्शन लेते हुए नायब सिंह सैनी ने तुरंत हमारी मांग मान ली।
मैं यहां कभी किसी की सुनता हूं, कभी किसी की सुनता हूं। कोई आकर कुछ कहता है। कोई कुछ कहता है। मैं सभी राजनीतिक दलों से हाथ जोड़कर यह निवेदन करता हूं कि मेरी बेटी की मौत के बारे में राजनीति ना करें।”
हरियाणा सरकार बहुत गंभीर
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर मनीषा की मौत मामले व विपक्ष द्वारा मुद्दा उठाने पर करनाल में बयान दिया। मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि इस बार संसद को बिल्कुल विपक्ष ने चलने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि इस विषय पर हरियाणा सरकार बहुत गंभीर है। यह बहुत बड़ी दुखद घटना है। चूंकि एक दुर्घटना है वो, उस घटना में एक मृत शरीर का जैसे पोस्टमॉर्टम होता है, जैसा उसका पुलिस द्वारा छानबीन होती है।
उन सभी बातों को लेकर ट्रैक पर चीजें चल रही हैं। परिवार की संतुष्टि के लिए पोस्टमॉर्टम पहले हुआ था, फिर दोबारा करवाया। बाद में यह आया कि एम्स में तीसरी बार करवाया जाए तो सरकार तीसरी बार पोस्टमॉर्टम के लिए तैयार हो गई।
कल्प्रिट निकलेगा तो लोकल निकलेगा
मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि जहां तक जांच का विषय है हरियाणा पुलिस जांच अच्छी प्रकार से जांच कर रही थी और कर भी रही है। कुछ सबूत ढूंढे हैं। फिर भी परिवार के लोगों ने कहा कि हमको सीबीआई से जांच करवानी है। हमें किसी प्रकार की आपत्ति नहीं कि किसी भी बढ़िया से बढ़िया एजेंसी से जांच करवाने के लिए तैयार हैं। क्योंकि यह झगड़ा और कल्प्रिट निकलेगा तो लोकल निकलेगा।
इसमें सरकार का, सरकारी पक्ष का और सरकारी पार्टी का कोई पक्ष नहीं हैं। हम चाहते हैं कि दोषी कोई भी हो, उसे सख्त से सख्त सजा मिले। यह सरकार का मुख्य काम होता है। उस नाते से सरकार अपना काम कर रही है। विपक्ष केवल राजनीति करने के लिए रोल कर रहा है।
11 अगस्त को हुई थी लापता
मनीषा के पिता संजय ने बताया था कि उसकी बेटी मनीषा 11 अगस्त को घर से निकली थी। लेकिन दोपहर के समय मनीषा का फोन आया। उसने कहा कि वह एडमिशन के लिए कॉलेज जाएगी, इसलिए घर आने में लेट हो जाएगी। इसके बाद शाम को 6 बजकर 26 मिनट पर फिर से कॉल आई, लेकिन पिता से बात नहीं हो पाई।
इसलिए पिता को संदेश हुआ तो वह बेटी की तलाश में गांव सिंघानी पहुंचा। जहां पर बेटी नहीं मिली। तलाश के लिए डायल 112 पर सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची। संजय ने आरोप लगाया कि पुलिस वालों ने उसके साथ अभद्रता की।
13 अगस्त को मिली थी लाश
जिसके बाद 12 अगस्त को लोहारू थाने में शिकायत देने गया तो वहां भी पुलिस ने बेटी को लेकर गलत शब्दों का प्रयोग किया। देरी से एफआईआर दर्ज की। वहीं 13 अगस्त को मनीषा का शव खेतों में पड़ा हुआ मिला। जिसके बाद परिवार ने हत्या की आशंका जताई। जिसके बाद पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर लिया। लेकिन इस मामले में किसी भी हत्यारोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई।
वहीं परिवार व ग्रामीणों में रोष पैदा हो गया और हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग करने लगे। इसके बाद लगातार धरना प्रदर्शन चला। कमेटियों व प्रशासन के बीच मीटिंगों का दौर चला।
पुलिस ने बताया सुसाइड
इसी बीच पुलिस ने इस पूरे मामले को सुसाइड बताया। साथ ही सुसाइड नोट जारी करते हुए जगर निगलकर आत्महत्या की बात कही। इसके बाद परिवार व लोगों को यह बात हजम नहीं हुई। इसलिए विरोध प्रदर्शन जारी रहा। 20 अगस्त को सीबीआई जांच व एम्स से मनीषा का पोस्टमॉर्टम करवाने की मांग पूरी होने के बाद अंतिम संस्कार के बाद राजी हुए।
वहीं 21 अगस्त को मनीषा के शव का अंतिम संस्कार किया गया। इधर, 22 अगस्त को मनीषा की अस्थियां गंगा में प्रवाहित कर दी।