बुरहानपुर के खकनार थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक दिन पहले अवैध हथियार तस्करी के दो आरोपी भाइयों को गिरफ्तार किया है। सरताज और शेर सिंह दोनों धरमसिंग सिकलीगर के बेटे हैं और पाचौरी के रहने वाले हैं।
शनिवार को डोईफोड़िया गांव में इन आरोपियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला किया गया था। इस हमले में थाना प्रभारी समेत 4 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। जांच में सामने आया है कि आरोपियों का नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है। सरताज पहले भी देहरादून के टूरिस्ट पैलेस में अवैध हथियारों के साथ पकड़ा जा चुका है। उस पर रूद्रपुर में केस दर्ज है।
एसटीएफ टीआई आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं
दोनों भाइयों ने 18 पिस्टल और 7 मैग्जीन लुधियाना भेजने के लिए दतिया और टीकमगढ़ के तीन लोगों को दी थीं। इस मामले में एसटीएफ भोपाल में केस दर्ज है। सरताज ने जुलाई में उत्तराखंड के खजान सिंह को 8 पिस्टल बेची थीं। एसटीएफ टीआई भोपाल खकनार पहुंचे हैं और खकनार पुलिस के साथ आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं। रविवार को दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। रविवार रात 8 बजे नेपानगर एसडीओपी निर्भय सिंह अलावा ने भी खकनार थाने पहुंचकर आरोपियों के रिकॉर्ड की जानकारी ली।
देहरादून के टूरिस्ट पैलेस में चुनाव के दौरान पकड़ाया एक आरोपी
चुनाव के समय टूरिस्ट पैलेस में अवैध हथियारों के साथ पकड़ाना एक संगीन मामला है । वहीं शुक्रवार को भोपाल से एसटीएफ की टीम बुरहानपुर पहुंची। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। संयुक्त रूप से एसटीएफ और खकनार पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
आरोपी किसी न किसी तरह से पुलिस को फंसाना चाहते थे। कार्रवाई के दौरान वह बार बार यह कह रहे थे कि हम फंसा देंगे। अगर मौके पर वीडियोग्राफी नहीं की जाती तो पुलिस पर आरोप भी लगा दिए जाते, लेकिन हमने काफी देर तक संघर्ष कर दो आरोपियों को पकड़ा। गौरतलब है कि पाचौरी से बड़े पैमाने पर अवैध हथियार तस्करी होती है। कईं बार पुलिस ने पाचौरी पहुंचकर सिकलीगर समाज के लोगों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए मोटिवेट किया है।
यह है पूरा मामला- खकनार थाना टीआई अभिषेक जाधव को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एसटीएफ भोपाल के आर्म्स एक्ट में फरार आरोपी शेर सिंग व सरताज निवासी पाचौरी डोईफोड़िया कलाल धर्मशाला की ओर से खकनार आने वाले हैं। सूचना पर टीम ने दबिश दी। आरोपियों से कहा तुम फरार चल रहे हो। तभी वह भागने लगे। पुलिस टीम उन्हें पकड़कर गाड़ी में बैठाने लगी तभी दोनों गालियां देने लगे। पुलिस से झूमाझटकी की। तभी वहां रिछपाल सिंग सिकलीगर, शमशेर सिंग पिता धरम सिंग और गुरूचरण पिता रिछपाल आए और सरकारी वाहन रोककर चाबी निकाल ली। गाली, गलौच कर पुलिस के साथ मारपीट की। टीआई सहित चार पुलिसकर्मियों को हाथ, कंधे, कलाई पर चोट लगी। इसी बीच आरोपियों ने इस कार्रवाई को अलग रंग देने की कोशिश की और कहा इनको फंसा देंगे। पुलिस ने आरोपी शेरसिंग को वाहन के अंदर बैठा दिया। सरताज को फोर्स की मदद से वाहन में बैठाने लगे तभी पास की तार फेंसिंग को पकड़कर भागने की कोशिश में उसके हाथ में चोट लगी। उसने भी कहा कि तुम्हें फंसा दूंगा। सरताज ने भी विवाद किया। इसी बीच विरेंद्र पिता रिछपाल, शमशेर पिता धरमसिंग और गुरूचरण पिता रिछपाल वहां से भाग गए। टीआई को बाएं हाथ की हथेली पर चोट आई। आरक्षक आयुष को दाहिने हाथ की कलाई, आरक्षक सुनिल को दाहिने पैर में चोट आई। उनकी वर्दी की दाहिने तरफ की जेब भी फाड़ दी।
‘प्रकरण मे विस्तृत जांच की जा रही है’
खकनार टीआई अभिषेक जाधव ने बताया कि भोपाल से बुरहानपुर आई एसटीएफ की टीम आरोपियों ने पंजाब, राजस्थान और उत्तराखंड में बड़े पैमाने पर हथियार तस्करी की है। मारपीट मामले में थाने में भी केस दर्ज किया गया है। भोपाल एसटीएफ से टीआई खकनार पहुंचे। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। प्रकरण मे विस्तृत जांच की जा रही है।