FMCG कंपनी नेस्ले ने अपने चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) लॉरेंट फ्रीक्स को नौकरी से निकाल दिया है। फ्रीक्स पर उनके ही एक साथी कर्मचारी के साथ अफेयर के चलते यह कार्रवाई की गई है।
कंपनी ने सोमवार को एक नोटिफिकेशन में बताया कि फ्रीक्स ने इस रिश्ते की जानकारी भी कंपनी को नहीं दी। यह नियमों का उल्लंघन है। कंपनी ने अब उनकी जगह सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और नेस्ले के कॉफी स्ट्रैटजिक बिजनेस यूनिट के हेड फिलिप नवरातिल को नया CEO नियुक्त किया है।
कंपनी ने कहा- ये कार्रवाई जरूरी थी
नेस्ले ने कहा कि फ्रीक्स को निकालने का फैसला एक जांच के बाद लिया गया, जिसमें पता चला कि उनका अपनी डायरेक्ट सबऑर्डिनेट (PA) के साथ रोमांटिक रिश्ता था।
इस जांच को कंपनी के चेयरमैन पॉल बल्के और लीड इंडिपेंडेंट डायरेक्टर पाब्लो इस्ला ने देखा, जिसमें बाहर के वकीलों की भी मदद ली गई।
पॉल बल्के ने कहा, ‘ये फैसला जरूरी था। नेस्ले के मूल्य और नियम हमारे लिए बहुत मायने रखते हैं। मैं लॉरेंट को उनकी कई सालों की सेवा के लिए धन्यवाद देता हूं।’
लॉरेंट फ्रीक्स 40 साल से कंपनी में काम कर रहे थे
लॉरेंट फ्रीक्स को पिछले साल ही चीफ एग्जीक्यूटिव बनाया गया था। उस समय नेस्ले का स्टॉक 2022 की शुरुआत के मुकाबले करीब 40% गिर गया था। उस वक्त यूरोप और अमेरिका में वेट-लॉस ड्रग्स की वजह से लोगों की खाने की आदतें बदल रही थीं। फ्रेक्स ने कंपनी में करीब 40 साल काम किया था और मार्क श्नाइडर की जगह ली थी।
नए CEO ने कहा- कंपनी के काम को सपोर्ट करूंगा
नए चीफ एग्जीक्यूटिव (CEO) फिलिप नवरातिल ने तुरंत प्रभाव से पद संभाल लिया है। उन्होंने 2001 में नेस्ले में इंटरनल ऑडिटर के तौर पर शुरुआत की थी और 2009 में नेस्ले होंडुरास के कंट्री मैनेजर बने।
2013 में उन्होंने मेक्सिको में कंपनी के कॉफी और बेवरेज बिजनेस को संभाला। पिछले साल वे नेस्ले नेस्प्रेसो के चीफ एग्जीक्यूटिव बने और इस साल कंपनी के एग्जीक्यूटिव बोर्ड में शामिल हुए थे।
नवरातिल ने कहा, ‘मैं कंपनी की स्ट्रैटजिक दिशा और परफॉर्मेंस को बेहतर करने के प्लान को पूरी तरह सपोर्ट करता हूं।’
एस्ट्रोनॉमर के CEO को भी देना पड़ा था इस्तीफा
इससे पहले 19 जुलाई को टेक कंपनी एस्ट्रोनॉमर के CEO एंडी बायरन को कोल्डप्ले कॉन्सर्ट में HR हेड के साथ रोमांस करते हुए देखे जाने के बाद इस्तीफा देना पड़ा था। बाद में HR हेड क्रिस्टीन कैबोट ने भी इस्तीफा दे दिया था।
रोमांटिक रिलेशनशिप: कर्मचारियों के लिए नियम
कंपनियों में कर्मचारियों के बीच रोमांटिक रिलेशनशिप को लेकर गाइडलाइंस आमतौर पर प्रोफेशनल माहौल बनाए रखने और कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट से बचने के लिए होती हैं।
भारत में कंपनियां ऑफिस रोमांस को लेकर काफी सख्त हैं, खासकर अगर यह प्रोडक्टिविटी, गोपनीयता, या प्रोफेशनलिज्म को प्रभावित करता है। यहां हम वर्कप्लेस पर रिलेशनशिप को लेकर कुछ नॉर्मल गाइडलाइन और सजा के बारे में बता रहे हैं।
संबंधों की जानकारी देना जरूरी: अगर दो कर्मचारी रिलेशनशिप में हैं, खासकर अगर एक, दूसरे का सुपरवाइजर है या C-suite (जैसे- चीफ, CEO) स्तर पर है, तो इसे HR को रिपोर्ट करना जरूरी होता है।
पावर डायनामिक्स पर रिस्ट्रिक्शन: सीनियर-जूनियर या बॉस-सबॉर्डिनेट रिलेशनशिप अक्सर कंपनी पॉलिसी का उल्लंघन होता है। क्योंकि इससे कंपनी या वर्कप्लेस पर पक्षपात जैसी स्थिति पैदा हो सकती है।
प्रोफेशनल बिहेवियर: ऑफिस में पर्सनल रिलेशन शो करना अनुचित माना जाता है। कई कंपनियां रिलेशनशिप को पूरी तरह प्रतिबंधित करती हैं, खासकर अगर यह सिक्रेट/प्राइवेसी या प्रोडक्टिविटी के लिए खतरा बन रहा हो।
अफेयर करने पर कंपनी क्या क्या कर सकती है?
- चेतावनी या सस्पेंशन: पॉलिसी वायलेशन पर लिखित चेतावनी या टेम्परेरी सस्पेंशन हो सकता है।
- नौकरी से टर्मिनेशन: गंभीर मामलों में, जैसे अनैतिक व्यवहार या हितों के टकराव (जैसे एस्ट्रोनॉमर में CEO-HR मामला), कर्मचारियों को निकाला जा सकता है।
- कानूनी कार्रवाई: अगर रिलेशनशिप से कंपनी को नुकसान (जैसे प्राइवेसी वायलेशन) होता है, तो जुर्माना या मुकदमा भी हो सकता है।