बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने बिहार में चल रहे मानसून सत्र को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश पर हमला बोला। साथ ही वोटर लिस्ट रिवीजन सहित अन्य मुद्दों पर भी घेरा।
अल्लावरू का कहना है कि विधानसभा सत्र में नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठना चाहिए। मुख्यमंत्री की कुर्सी पर अमित शाह और मोदी जी को बैठना चाहिए।
नीतीश कुमार के नाम का इस्तेमाल करके बीजेपी और बीजेपी के अफसर सारे गलत काम कर रहे हैं।
पटना में भास्कर से खास बातचीत में कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने वोटर लिस्ट रिवीजन को फर्जीवाड़ा बताया। कहा कि पहले बूथ कैप्चरिंग होती थी अब वोटर लिस्ट कैप्चर हो रही है।
सवाल:चुनाव आयोग जो SIR करा है, उसके अब कुछ ही दिन बचे हैं। इस मुद्दे को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर भी है। इसपर क्या कहेंगे?
जवाब: SIR में बड़े लेवल पर फर्जीवाड़ा चल रहा है। ऐसी प्रक्रिया चुनाव आयोग को शोभा नहीं देती है। हमारा सिर शर्म से झुक गया है कि भारत का, संविधान का चुनाव आयोग ऐसा कोई फर्जीवाड़ा प्रक्रिया शुरू कर सकता है। इससे साफ-साफ पता चल रहा है कि वे बिहार में बीजेपी के गोद में बैठकर, बीजेपी को फायदा पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। इसका विरोध हम संसद, विधानसभा, न्यायालय और जनता के दरबार में भी कर रहे हैं। साधारण भाषा में यह इलेक्शन कमीशन और बीजेपी की सेटिंग कर बिहार के आम मतदाता का वोट चोरी करके चुनाव चोरी करने की प्रक्रिया है। पुराने जमाने में बूथ कैपचरिंग होती थी अब वोटर लिस्ट कैप्चर करने का काम हो रहा है।
सवाल: कई नेता, कई कार्यकर्ता कांग्रेस ज्वाइन कर रहे हैं। क्या आने वाले दिनों में हम कोई बड़े चेहरे भी देखेंगे?
जवाब: जनता का विश्वास विपक्ष और कांग्रेस पार्टी की तरफ बढ़ रहा है। यह इसका सीधा संकेत है। अलग-अलग दलों के लोग कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़ना चाह रहे हैं। जो मेहनती है और जिनके साथ लोग जुड़े हुए हैं हम उनको पार्टी में लेंगे।
सवाल:सावन में NDA द्वारा विधानसभा में विधायकों के लिए मटन का इंतजाम किया गया है। इसपर क्या कहना है?
जवाब: कौन क्या खा रहा है, क्या नहीं खा रहा है, ये मुद्दा नहीं है। बिहार में असली मुद्दा ये है कि यहां कोई सुरक्षित नहीं है। वो बकरा मारे, मुर्गी मारे या मछली मारे, ये उनकी बात है। यहां दिनदहाड़े लोगों को मारा जा रहा है। साधारण हो या अमीर, सभी तरह के लोगों को टारगेट किया जा रहा है। बह, बेटियों का बलात्कार हो रहा है, पेपर लीक हो रहा ही। नीतीश कुमार सिर्फ नाम के मुख्यमंत्री रह गए हैं। असली मुख्यमंत्री दिल्ली में बैठे नरेंद्र मोदी और अमित शाह है। जब से इन दोनों ने बिहार को संभालना शुरू किया है, तब से प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर और खराब हुआ है, क्राइम बढ़ता जा रहा है। बीजेपी जब से बिहार में सरकार संभाली है तब से यह ग्राफ ऊपर बढ़ते जा रहा है।
मैं तो यह कहता हूं कि बिहार में जो विधानसभा सत्र चल रहा है, उसमें नीतीश जी को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठाना चाहिए। उन्हें इसपर बैठकर जवाब देना चाहिए। क्योंकि सारे गलत काम जो हो रहे हैं, वह उनके मुख्यमंत्री की ताकत, उनके मुख्यमंत्री का नाम इस्तेमाल करके बीजेपी और बीजेपी के अफसर कर रहे हैं। मुख्यमंत्री की कुर्सी पर अमित शाह और मोदी जी को बैठना चाहिए। बिहार के सदन और जनता को जवाब देना चाहिए कि भाजपा के सरकार में बिहार में क्राइम इतना क्यों बढ़ रहा है।
सवाल:पूर्व मुख्यमंत्री रबड़ी देवी ने कहा है कि नीतीश कुमार से बिहार नहीं संभल रहा है, वह इस्तीफा दें और अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाएं। इसपर आपका क्या कहना है?
जवाब:नीतीश जी अस्वस्थ हैं और हम प्रार्थना करते हैं कि वह जल्द से जल्द ठीक हो। मुझे नहीं लगता है कि वह किसी को अभी कुछ सौंपने की स्थिति में रह गए हैं, क्योंकि मुख्यमंत्री की कुर्सी, मुख्यमंत्री का काम, मुख्यमंत्री की ताकत, सारी चीजें बीजेपी ने नीतीश जी से छीन ली है।आज वह बीजेपी के मुट्ठी में बिहार में है। तो नीतीश जी चाहे या ना चाहे किसी को ना वह मुख्यमंत्री की ताकत दे सकते हैं, ना आपके कुर्सी पर बिठा सकते हैं। दो उदाहरण देता हूं। बीजेपी के दो मंत्री मंत्रिमंडल में है, एक बड़ा क्रिमिनल है और एक नकली दवाइयों का धंधा करता है, जिसपर कानूनी कार्रवाई हो चुकी है। दोनों आज भी मंत्रिमंडल में हैं। तो यह नीतीश बाबू के मुख्यमंत्री रहते हुए नामुमकिन था। इससे साफ पता चलता है कि मुख्यमंत्री की ताकत उनके हाथों में नहीं बीजेपी के हाथों में है। वरना बीजेपी के यह दो मंत्री मंत्रिमंडल में ना आते, अगर आते भी तो तुरंत निकाल दिए जाते।
सवाल: बिहार विधानसभा का चुनाव होना है। राहुल गांधी भी लगातार बिहार दौरा कर रहे हैं। ऐसी चर्चा है कि वह फिर से बिहार आने वाले हैं।
जवाब: हम चाहते हैं की बिहार में जनता के मुद्दों के इर्द गिर्द चुनाव में चर्चा हो, उस पर रिपोर्ट कार्ड मांगा जाए। जनता के भलाई के लिए आगे क्या काम होगा उस पर चर्चा की जाए। राहुल जी जब आते हैं तो उनका प्रयास रहता है कि जनता की जो समस्या है, मुद्दे हैं उस पर चर्चा करें। आगे कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन की सरकार इन समस्याओं का समाधान के लिए क्या करेगी, उसपर चर्चा करें। हम बिहार में जनता का विश्वास जीतना चाहते हैं और यहां पर रोजगार, नौकरी, शिक्षा, स्वास्थ्य, महंगाई सब चीजों में जनता को सुधार देना चाहते हैं और एक बेहतर बिहार बनाना चाहते हैं।