राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का सियासी विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। एडहॉक कमेटी कन्वीनर दीनदयाल कुमावत के खिलाफ अब कमेटी के चार सदस्यों ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है।
चारों ने कुमावत पर तानाशाही और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही 17 अक्टूबर को एडहॉक कमेटी की आपात बैठक (इमर्जेंसी मीटिंग) बुलाई है। जिसमें नई सिलेक्शन कमेटी के गठन के साथ ही RCA में पिछले दिनों हुए भुगतान और कर्मचारियों की नियुक्ति के खिलाफ जांच जैसे प्रस्ताव शामिल हैं।
RCA क्रिकेट एकेडमी में आपात बैठक बुलाने की मांग
दरअसल, राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) की एडहॉक कमेटी विवाद दिनों – दिन बढ़ता जा रहा है। जोधपुर जिला क्रिकेट संघ पर हुई निलंबन की कार्रवाई के बाद अब एडहॉक कमेटी के चार सदस्य धनंजय सिंह, पिंकेश जैन, मोहित यादव और आशीष तिवारी ने कन्वीनर दीनदयाल कुमावत के साथ ही सहकारिता और खेल विभाग को लेटर लिख RCA में एकतरफा फैसलों और कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताते हुए 17 अक्टूबर को RCA क्रिकेट एकेडमी में आपात बैठक बुलाने की मांग की है।
लेटर में लिखा कि कन्वीनर दीनदयाल कुमावत द्वारा 26 सितंबर 2025 को एडहॉक के एक्सटेंशन के बाद से अब तक एडहॉक कमेटी की एक भी बैठक नहीं बुलाई गई है। RCA से जुड़े तमाम फैसले दीनदयाल कुमावत अकेले लिए जा रहे हैं, जिससे RCA का निष्पक्ष और पारदर्शी संचालन प्रभावित हो रहा है।
लेटर में आरोप लगाया कि दीनदयाल कुमावत के अवैध, बेईमान और हठी रवैये के चलते RCA के नियमित कार्य ठप हो गए हैं, ऐसे में एडहॉक कमेटी की तत्काल बैठक बुलाना जरूरी हो गया है। जिसमें मौजूदा स्थिति के साथ ही पूर्व में लिए गए फैसलों पर चर्चा करना बेहद जरूरी है।
इसके साथ ही कमेटी के चारों सदस्यों ने कुमावत को चेतावनी देते हुए लिखा कि अगर 24 घंटे के भीतर दीनदयाल कुमावत बैठक का नोटिस जारी नहीं करते हैं। तो पांच में से चार सदस्य स्वयं अपने स्तर पर बैठक बुलाएंगे।
बता दें कि 12 अक्टूबर से राजस्थान क्रिकेटर एसोसिएशन में सियासी ड्रामा शुरू हो गया है। एडहॉक कमेटी के चार सदस्यों ने जहां कन्वीनर दीनदयाल कुमावत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वहीं कुमावत ने एडहॉक कमेटी के सदस्य धनंजय सिंह खींवसर के जिले को बर्खास्त कर एडहॉक कमेटी के शेष सदस्यों के खिलाफ लोकपाल को शिकायत की है। ऐसे में अब राजस्थान के क्रिकेट और खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर 17 अक्टूबर को ही फैसला संभव है।