कजाकिस्तान से एयरलिफ्ट कर लाए MBBS स्टूडेंट ने तोड़ा दम:13 दिन से SMS हॉस्पिटल में वेंटिलेटर पर था; 8 अक्टूबर को हुआ था ब्रेन हेमरेज

कजाकिस्तान से एयर लिफ्ट कर लाए गए MBBS स्टूडेंट राहुल घोसल्या (22) का निधन हो गया। राहुल का पिछले 13 दिनों से जयपुर के सवाई मानसिंह (SMS) अस्पताल में इलाज चल रहा था। अस्पताल अधीक्षक डॉ. मृणाल जोशी ने राहुल के निधन की पुष्टि की।

राहुल को कजाकिस्तान में ब्रेन हेमरेज हो गया था। इसके बाद वहां के अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया था। हालत गंभीर होने पर परिवार ने राहुल को भारत लाने के प्रयास शुरू किए। राज्य सरकार और विदेश मंत्रालय के सहयोग से एयर एंबुलेंस के जरिए जयपुर लाया गया था।

यहां SMS हॉस्पिटल में 4 डॉक्टर्स की टीम उनका इलाज कर रही थी। हाईडोज दवाओं के बावजूद उनके ब्रेन में कोई रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा था। आखिरकार 13 दिन बाद इलाज के दौरान राहुल की मौत हो गई।

राहुल के निधन से गांव में शोक की लहर दौड़ी

राहुल के निधन की खबर से शाहपुरा तहसील के नयाबास गांव में शोक की लहर दौड़ गई। राहुल के पिता ने कहा- वे बेटे को डॉक्टर बनता देखने का सपना लेकर जी रहे थे, लेकिन किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया। राहुल 7 बहनों का इकलौता भाई था। सभी बहनें उससे बड़ी थी।

8 अक्टूबर को हुआ था ब्रेन हेमरेज ​​​​​​

जानकारी के अनुसार, राहुल साल 2021 से अस्ताना (कजाकिस्तान) से MBBS कर रहा था। 8 अक्टूबर को राहुल कॉलेज की लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहा था। इस दौरान उसे उल्टियां हुईं और चक्कर आने लगे। राहुल वापस हॉस्टल रूम पर आ गया और कुछ दवाएं ली।

जब तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो राहुल के दोस्तों ने उसे मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में ही एडमिट करा दिया। परिवार के सदस्यों ने राहुल के दोस्तों से बातचीत के आधार पर बताया था कि अगले 30 घंटों तक वह होश में था। इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई।

इसके बाद से ही राहुल कजाकिस्तान के हॉस्पिटल में वेंटिलेटर सपोर्ट पर था। राहुल का जीवन बच सके और उसे बेहतर इलाज मिले, इसके लिए उसके माता-पिता ने सोशल मीडिया के जरिए भारत और राज्य सरकार से सहयोग मांगा था। उन्होंने एयर लिफ्ट करके राहुल को भारत लाने की गुहार लगाई थी।

एयर एंबुलेंस से दिवाली के दिन लाए थे जयपुर

राहुल को दिवाली के दिन 20 अक्टूबर को कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना से एयर एंबुलेंस के जरिए जयपुर लाया गया था। एयरपोर्ट से उन्हें एसएमएस अस्पताल की क्रिटिकल केयर एंबुलेंस में मेडिकल टीम की निगरानी में अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल पहुंचते ही राहुल को मेडिकल आईसीयू में भर्ती किया गया था।

एसएमएस प्रशासन ने राहुल के इलाज के लिए एक्सपर्ट डॉक्टर्स की टीम गठित की थी। इसमें डॉ. दिनेश खंडेलवाल न्यूरोलॉजी विभाग, डॉ. निहार शर्मा एनेस्थीसिया विभाग, डॉ. जी.एल. धायल जनरल मेडिसिन, डॉ. सतीश मीणा एचओडी इमरजेंसी मेडिसिन और अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. नरेंद्र सिंह चौहान शामिल थे। टीम की मॉनिटरिंग कॉलेज प्राचार्य डॉ. दीपक माहेश्वरी और अधीक्षक डॉ. मृणाल जोशी कर रहे थे।

राहुल की वतन वापसी में राना ने की थी मदद

राजस्थान एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (राना) ने राहुल को भारत लाने में सहयोग किया था। संगठन के अध्यक्ष प्रेम भंडारी ने राहुल के परिजनों से बात करने के बाद भारतीय दूतावास से संपर्क कर राहुल की शिफ्टिंग का प्रयास किया था।

विदेश मंत्रालय, इंडियन कम्युनिटी वेलफेयर फंड, राजस्थान एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका और जन सहयोग से कोशिशें कामयाब रही थी। राना अध्यक्ष ने मामले में जयपुर जिला कलेक्टर से भी चर्चा की थी। राहुल के जयपुर पहुंचने के बाद एसएमएस हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था।

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