हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने कुरुक्षेत्र में युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता विभाग की ओर से आयोजित नमो युवा रन (मैराथन) में दौड़ लगाई। सीएम ने हरी झंडी दिखाकर मैराथन को रवाना किया। सीएम, सांसद नवीन जिंदल, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा में दौड़ रहे युवाओं पर फूल भी बरसाए।
द्रोणाचार्य स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में सीएम नायब सैनी बतौर मुख्य मेहमान पहुंचे थे। नमो युवा रन का आयोजन देश के 75 जिलों में एक साथ किया गया। इसमें हरियाणा से केवल कुरुक्षेत्र और गुरुग्राम को शामिल किया गया। यह कार्यक्रम 17 सितंबर प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन से शुरू होकर से 2 अक्टूबर महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती 2 अक्टूबर को समाप्त होगा।
परिवारवाद-वंशवाद खत्म करें युवा- सीएम
सीएम नायब सैनी ने कहा कि लोकतंत्र और राजनीति में युवा सक्रिय भूमिका निभाएं और राजनीति से परिवारवाद और वंशवाद को खत्म करें। लोकतंत्र में युवाओं की भागीदारी जितनी अधिक होगी, देश और प्रदेश का भविष्य उतना ही उज्ज्वल होगा।
देश की तरक्की की दौड़
सीएम ने कहा कि यह दौड़ केवल 5 किलोमीटर की नहीं, बल्कि देश की तरक्की की दौड़ है। आपका जोश, उत्साह और ऊर्जा हमारे अधिकारियों और प्रशिक्षकों को प्रेरित करेगी। ये दौड़ युवाओं की मेहनत और संकल्प को दिखाती है। युवा नशे से दूर रहे और उज्जवल भविष्य के दौड़ें।
नए भारत का सपना करना साकार है: सीएम
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अद्भुत नेतृत्व क्षमता, दूरदर्शिता और देश के प्रति समर्पण हमें नए भारत का सपना दिखाता है। पिछले 11 वर्षों में मेक इन इंडिया, लोकल फॉर वोकल, डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया जैसी योजनाओं ने देश को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। हमें कौशल विकास और युवा सशक्तिकरण से नए भारत और विकसित भारत का सपना साकार करना है।
खेलों में हरियाणा का नाम : सैनी
सैनी ने कहा कि हमें खेलों में हरियाणा के योगदान पर गर्व है। ओलिंपिक में देश के पास 6 मेडल आए। उनमें से 4 मेडल केवल हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते। कई युवा विदेश जाकर काम करना चाहते हैं, मगर धोखेबाजों के जाल में फंस जाते हैं। इसके लिए विदेश सहयोग विभाग गठित किया गया है, ताकि युवा सुरक्षित तरीके से विदेश जा सकें।
स्वस्थ युवा स्वस्थ राष्ट्र की नींव
सीएम ने कहा कि मैराथन जैसे आयोजन युवाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाते हैं। एक स्वस्थ युवा स्वस्थ राष्ट्र की नींव है। सरकार साइक्लोथोन और मैराथन जैसे कार्यक्रमों से युवाओं को नशे से बचाने की कोशिश कर रही है। अगर कोई युवा नशे में फंस जाता है, तो पूरा परिवार गरीबी में धंस जाता है। इससे देश के विकास पर भी असर पड़ता है।