नूंह जिले के पिनगवां खंड के गांव रीठठ में रविवार-सोमवार की दरमियानी रात एक मकान ढह गया। हादसे में एक ही परिवार के पांच लोग मलबे में दब गए। इनमें से दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को पहले नल्हड़ मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां से एक बच्चे को गंभीर हालत में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया है। उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
हाजी इकबाल ने बताया कि उनके बेटे सलीम ने 2010 में खेतों पर यह मकान बनवाया था। रात करीब एक बजे जब परिवार सो रहा था, तब मकान की पिछली दीवार भरभरा कर गिर गई। पिछले दो दिनों से हो रही रिमझिम बारिश के कारण मकान कमजोर हो गया था। पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच कर रही है।
हाजी इकबाल के अनुसार, पीछे एक खाली खेत था, जिसमें दो दिन पहले हुई बरसात के कारण पानी भरा हुआ था। दीवार के गिरने से दो कमरों की छत टूटकर नीचे गिर गई। एक कमरे के अंदर सो रहा सलीम का पूरा परिवार दब गया। रात के समय इस हादसे की सूचना जैसे ही ग्रामीणों को लगी वैसे ही मौके पर भीड़ इकट्ठा हो गई और बचाव कार्य में जुट गए।
कड़ी मशक्कत के बाद दबे हुए पांच लोगों को मलबे से बाहर निकाला गया। जिनमें से उम्मर (12) और नायरा (7 ) की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं सलीम,उसकी पत्नी और एक 5 साल का लड़का गंभीर रूप से घायल हो गया। जिन्हें रात को ही नल्हड़ मेडिकल कॉलेज भर्ती किया गया। जहां से 5 साल के लड़के की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है ।