पंजाब के सभी 23 जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। इसी बीच आज शाम पंजाब सरकार की कैबिनेट मीटिंग होने जा रही है। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री भगवंत मान करेंगे। इस दौरान वे बाढ़ से जुड़े हालातों का फीडबैक लेंगे और राहत संबंधी इंतजामों पर फैसला लिया जाएगा। हालांकि, कल मुख्यमंत्री की तबीयत खराब हो गई थी। इसी वजह से उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा टाल दिया था।
फिलहाल पंजाब के 1902 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। सरकार राज्य को आपदा ग्रस्त घोषित कर चुकी है। बाढ़ प्रभावित सभी जिलों को तुरंत मदद मिल सके, इसके लिए सभी जिलों में गजेटेड अफसर तैनात कर दिए गए हैं, ताकि लोगों को प्राथमिकता के आधार पर जरूरी मदद मिल सके। मुख्यमंत्री भगवंत मान और सभी मंत्री बाढ़ प्रभावित इलाकों में मोर्चा संभाल रहे हैं।
37 साल बाद बने हालत खराब
पंजाब में 1988 के बाद 37 सालों में पहली बार इतनी भयंकर बाढ़ आई है। अब तक 3.84 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और 43 लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 1 लाख 71 हजार 819 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है। सबसे ज्यादा नुकसान गुरदासपुर (40 हजार 169 हेक्टेयर) में हुआ है।
केंद्र सरकार की तीन टीमें नुकसान का जायजा लेने पंजाब पहुंची हैं। आज टीम का दूसरा दिन है। वहीं, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान खुद बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा कर चुके हैं। उन्होंने इस जलप्रलय को एक अभूतपूर्व आपदा करार दिया है।