बेगूसराय में एपीएसएम कॉलेज बरौनी में शनिवार को आयोजित एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन में जमकर हंगामा हुआ। समस्तीपुर जेडीयू के जिला प्रभारी और पूर्व एमएलसी भूमिपाल राय को मंच पर जगह नहीं मिली। नाराज होकर मंच के आगे नीचे जमीन पर बैठ गए। कुछ देर बाद समर्थकों के साथ कार्यक्रम छोड़कर बाहर निकल गए।
सम्मेलन के लिए तैयार किए गए शेड्यूल के मुताबिक मंच पर गठबंधन में शामिल सभी दल के प्रदेश से आने वाले नेता, जिलाध्यक्ष, सांसद, विधायक, विधान पार्षद, पूर्व विधायक और पूर्व विधान पार्षद को पहली पंक्ति में जगह देना था। इसके बाद चयनित नेता मंच पर बैठेंगे। लेकिन तेघड़ा विधानसभा क्षेत्र में आयोजित इस सम्मेलन में सभी नियमों को दरकिनार कर दिया गया। पूर्व विधायक ललन कुंवर और वीरेंद्र महतो को पीछे वाली सीट दी गई।
पहले से बनाई लिस्ट को फेंक दिया गया
वहीं पार्टी और गठबंधन के लिए लगातार सक्रिय रहने वाली भूमिपाल राय के लिए कोई सीट नहीं था। वह मंच पर पहुंचे और अपने प्रभारी से इस संबंध में जानकारी लिया तो उन्होंने बताया कि पहले से बनाई गई लिस्ट को फेंक दिया गया है। आपके लिए जगह नहीं रखी गई है। हैरान भूमि पाल राय मंच के नीचे आकर बैठ गए। जिससे प्रदेश से आए सभी नेता काफी असहज दिखे।
समर्पित कार्यकर्ता को सीट नहीं मिली
भास्कर से बातचीत में भूमिपाल राय ने बताया कि करीब 2000 लोगों के साथ जुलूस लेकर गए थे। जिसमें सभी पंचायत के लोग शामिल थे। नियम के मुताबिक मंच पर मेरा कुर्सी तय रहना चाहिए था, लेकिन मेरे लिए कोई स्थान नहीं रखा गया।
हमने अपने जिला प्रभारी और विधानसभा प्रभारी से संबंधित पूछताछ किया तो उन्होंने कहा की सूची फाड़ दिया गया। हमको लगा कि समर्पित कार्यकर्ता हैं और सीट नहीं मिली है तो कोई बात नहीं, हम नीचे ही बैठ जाएंगे। इसी के कारण हम नीचे आकर बैठ गए थे। काफी बुरा लगा कि पूर्व विधायकों को भी नियम के अनुसार सामने के सीट पर जगह नहीं दी गई थी।
दोनों टिकट के दावेदार
पार्टी सूत्र बताते हैं कि पूरी व्यवस्था जदयू जिलाध्यक्ष द्वारा की गई थी। जदयू जिलाध्यक्ष रूदल राय टिकट के लिए प्रयासरत हैं। इधर भूमिपाल राय भी टिकट के लिए सक्रिय हैं। उनकी इच्छा है कि इस एनडीए की सरकार बनाने के लिए हमें यहां से टिकट मिले। ऐसे में जिलाध्यक्ष ने पहले ही तय कर लिया था कि भूमिपाल राय को उकसाना है।