हरियाणा के हिसार में पीडब्ल्यूडी मंत्री रणबीर गंगवा की ससुराल में 10 स्पीड ब्रेकर बनाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में गांव आर्यनगर सहित आसपास के ग्रामीण विरोध करने लगे हैं। ग्रामीणों ने डीसी से मृतक युवक उमेद के परिजनों की मुआवजा देने की मांग की है।
वहीं ग्रामीणों की मांग पर डीसी ने ब्रेकर मामले में जांच के आदेश लोक निर्माण विभाग ( PWD) को दिए हैं। डीसी ने कहा है कि तय मानकों में ब्रेकर का निर्माण करवाया जाए और जहां जरूरत नहीं है उन ब्रेकरों को हटवाया जाए।
PWD अब जांच कर नियमों का पालन कर ब्रेकर निर्माण करवाएंगे। वहीं डीसी से फटकार पड़ने के बाद इस मामले में PWD एक्टिव हो गया है और ब्रेकरों पर सफेद पट्टी लगाने का काम शुरू कर दिया है ताकि हादसों को रोका जा सके। बता दें कि दैनिक भास्कर एप ने ग्राउंड रिपोर्ट कर बताया कि किस तरह मंत्री के ससुराल आर्यनगर में बने ब्रेकर परेशानी का सबब बन गए हैं।
खुले दरबार में पहुंचा मामला
पगड़ी संभाल जट्टा के सचिव अनिल गोरछी ने बताया कि उन्होंने डीसी के खुले दरबार में आर्यनगर में मानकों की अवहेलना कर बनाए गए ब्रेकरों को हटवाने की मांग की।
साथ ही बिना सफेद पट्टी के छोड़े गए ब्रेकरों से उछलकर गिरे युवक की मौत पर परिजनों को उचित मुआवजे और लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की शिकायत दी। इसके बाद डीसी अनीश यादव ने PWD के आदमपुर डिवीजन के एसडीओ रजत को ब्रेकरों की जांच के आदेश दिए।
डीसी ने कहा कि सभी ब्रेकरों का मापदंड जांचा जाए। अगर किसी ब्रेकर की आवश्यकता नहीं है तो उसको हटवाया जाए। अब डीसी की जांच के बाद लोक निर्माण विभाग सभी ब्रेकरों की ऊंचाई मापदंड सहित अन्य नियम जांचेगा।
सुपरिटेंडेंट को शिकायत भेज दी है : एसडीओ
वहीं PWD के आदमपुर डिवीजन के एसडीओ ने इसकी पुष्टि करते हुए कि डीसी साहब के खुले दरबार में आर्यनगर के ब्रेकरों की शिकायत मिली है। डीसी ने सभी ब्रेकरों की जांच के आदेश दिए हैं लोक निर्माण विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर को ये शिकायत प्रति भेज दी गई है।
यहां सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला…
- गांव से गुजर रहा स्टेट हाईवे, बना दिए स्पीड ब्रेकर : हिसार से भादरा-नोहर होकर गोगामेड़ी तक स्टेट हाईवे गुजर रहा है, जो गांव आर्यनगर के बीच से होकर भी निकलता है। यह हाईवे हरियाणा के लोक निर्माण विभाग (PWD) के अंतर्गत आता है। गांव से फोरलेन सड़क गुजर रही है। इस फोरलेन पर डेढ़ किमी एरिया में 10 स्पीड ब्रेकर बनाए गए हैं। गांव में एंट्री करते ही स्पीड ब्रेकर शुरू हो जाते हैं और गांव के अंतिम छोर तक यह ब्रेकर बने हैं।
- नियमों और मानकों का नहीं रखा गया ध्यान : ग्रामीणों ने बताया कि साउथ बाईपास मोड़ से लेकर हिंदवान मोड़ तक 26 करोड़ रुपए बजट से एक साल पहले फोरलेन बनाने का काम शुरू किया गया था। मगर, ये स्पीड ब्रेकर रातों रात बनाए गए है। इनके निर्माण में नियम और मानकों को पूरी तरह ताक पर रखा गया है। उनका कहना है कि इन स्पीड ब्रेकर के अंदर गली निर्माण करने वाले ब्लॉक लगाए गए हैं और ऊपर बिटुमन मसाला डाला गया है, जो बिल्कुल गलत है। कुछ ब्रेकरों पर किसी तरह की मार्किंग भी नहीं की गई है।
- स्पीड ब्रेकर की ऊंचाई इतनी, गाड़ियां टकरा रहीं: ग्रामीण बताते है कि स्पीड ब्रेकर इतनी ऊंचाई पर है कि छोटे वाहनों और बाइक चालकों को दिक्कत हो रही है। गांव में एंट्री करते ही सबसे ऊंचा स्पीड ब्रेकर बनाया गया है। इसके बाद कुछ ही दूरी पर एक के बाद एक स्पीड ब्रेकर बनाए गए हैं। दिन में यह ब्रेकर लोगों को दिख जाते हैं, मगर रात को हादसों का खतरा बढ़ जाता है। यहां वाहनों को बेहद धीमा या टेढ़ा करके गुजारना पड़ता है। इससे लगातार हादसे हो रहे है।
- ब्रेकर के कारण हादसे में जा रही जान : ग्रामीणों की माने तो हिसार बालसमंद मार्ग पर बने फोरलेन पर गांव आर्य नगर में 7-8 हादसे इन्हीं स्पीड ब्रेकर की वजह से हुए। शुक्रवार को स्पीड ब्रेकर के कारण 19 वर्षीय युवक उमेद मौत हो गई थी। शाम को उमेद बाइक लेकर घर की तरफ जा रहा था। आर्यनगर में बैंक के नजदीक बने ब्रेकर से उछल कर वह गिर गया। उसका सिर डिवाइडर से टकरा गया। हादसे में युवक के कान और नाक से खून बहने लगा। हिसार के एक निजी अस्पताल ले आए, जहां उपचार के दौरान देर रात उसने दम तोड़ दिया, जिसकी जानकारी शनिवार को दी गई।
- रक्षाबंधन के दिन बहन नहीं बांध पाई राखी : आर्यनगर में हुए सड़क हादसे में 19 वर्षीय युवक उमेद की मौत हुई थी। उमेद की एक बहन है। हादसे के कारण रक्षाबंधन के दिन बहन अपने भाई उमेद को राखी नहीं बांध पाई। रक्षाबंधन के दिन युवक का अंतिम संस्कार किया गया। हिंदू परम्परा के अनुसार त्योहार के दिन अगर किसी सदस्य की मृत्यु होती है तो वह त्योहार तब तक नहीं मनाया जाता जब तक उसी त्योहार के दिन घर परिवार में किसी का जन्म ना हो।