राज्यसभा सीट के लिए राजिंदर गुप्ता का रास्ता साफ:पंजाब के अरबपति होंगे सातवें सदस्य, 3 निर्दलीय कैंडिडेट के पर्चे रद्द

पंजाब की सीट से राज्यसभा का रास्ता राजिंदर गुप्ता के लिए साफ हो गया है। उनके समक्ष किसी भी राजनीतिक पार्टी ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है। तीन आजाद प्रत्याशियों के अलावा उनकी पत्नी ने ही नामांकन पत्र दाखिल किए थे।

तीन निर्दलीय प्रत्याशियों के नामांकन पत्र को चुनाव ऑबजर्वर की तरफ से रद्द कर दिया गया है। जिसके बाद अब राजिंदर गुप्ता के समक्ष उनकी पत्नी ही चुनाव मैदान में बची हैं। वह भी नामांकन पत्र वापस लेती हैं तो मतदान की भी जरूरत नहीं रहेगी। अब पूरी तरह से साफ हो गया है कि राजिंदर गुप्ता के लिए राज्यसभा दूर नहीं है।

उनके खिलाफ महाराष्ट्र के सांगली के प्रभाकर दादा और हैदराबाद के क्रांति सयाना ने नामांकन दाखिल किए थे। इसके अलावा जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवनीत चतुर्वेदी ने AAP के विधायकों का ही समर्थन होने की बात कहकर नामांकन पत्र दाखिल किए थे। इन सभी के नामांकन पत्रों में कमियां पाई गई हैं, जिस कारण इन्हें रद्द कर दिया गया है।

करोड़पति राजिंदर गुप्ता के पास न कार न घर

राज्यसभा सदस्य बनने जा रहे राजिंदर गुप्ता दसवीं पास हैं, उनके पास न तो अपनी कोई कार है, न ही कृषि लायक जमीन और न ही कोई व्यापारिक इमारत ही है। मगर उनका परिवार 5 हजार 53 करोड़ की चल अचल जायदाद का मालिक है।

जिसमें से 4338.77 करोड़ की चल और 615.74 करोड़ की अचल संपति है। उनके परिवार के पास 11.99 करोड़ रुपए के जेवरात ही हैं। राजिंदर गुप्ता ने 1975 में पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के सरकारी माडल हाई स्कूल लुधियाना से दसवीं पास की है। दिलचस्प बात यह भी है कि ट्राइडेंट का इतना बड़ा अंपायर खड़ा करने वाले गुप्ता परिवार पर किसी भी तरह का कोई कर्ज नहीं है।

पंजाब से इस समय सातवें राज्यसभा सदस्य होंगे गुप्ता

पंजाब से गुप्ता सातवें ऐसे नेता होंगे जो राज्यसभा में पंजाब की बात रखेंगे। इससे पहले एलपीयू के चांसलर अशोक मित्तल, पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह, AAP नेता राघव चढ्ढा, बिक्रमजीत सिंह साहनी कारोबारी, संदीप पाठ AAP नेता और बलवीर सिंह सीचेवाल समाजसेवी संत शामिल हैं। इससे पहले इस सीट पर संजीव अरोड़ा राज्यसभा सदस्य बने थे। उनके द्वारा लुधियाना वेस्ट सीट से विधानसभा चुनाव जीतने के बाद यह सीट खाली हो गई थी।

9 महीने टाइम मैगजीन ने चुना था पर्सन ऑफ द ईयर

करीब नौ महीने पहले कारोबारी राजिंदर गुप्ता और उनके ट्राइडेंट समूह को अंतर्राष्ट्रीय टाइम मैगजीन के दिसंबर 2024 (पर्सन ऑफ द ईयर) संस्करण में शामिल किया गया था। टाइम के प्रधान संपादक सैम जैकब्स के अनुसार, ट्राइडेंट ग्रुप एक डायवर्सिफाइड वैश्विक समूह है, जिसकी टेक्सटाइल (यार्न, बाथ और बेड लिनन) पेपर (गेहूं के भूसे पर आधारित) और केमिकल क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपस्थिति है।

ट्राइडेंट ग्रुप एक वैश्विक टेक्सटाइल पावर हाउस के रूप में उभरा है, आज जिनका 61% उत्पादन प्रमुख अंतरराष्ट्रीय रिटेल विक्रेताओं को निर्यात किया जाता है।

  • पंजाब के सबसे अमीर इंडस्ट्रियलिस्ट : राजिंदर गुप्ता पंजाब के सबसे अमीर उद्योगपतियों में से एक हैं। ट्राइडेंट ग्रुप की ओर से बनाए जाने वाले उत्पाद आज देश के अलावा विदेश में भी जा रहे हैं। ट्राइडेंट ग्रुप की यूनिट लुधियाना, बरनाला, धौला में स्थित हैं। लुधियाना में कंपनी का कॉर्पोरेट ऑफिस है, जबकि बरनाला, धौला और मध्य प्रदेश के बुदनी, भोपाल में कंपनी द्वारा उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। कंपनी की चंडीगढ़, दिल्ली, यूपी, राजस्थान समेत विदेश में शाखाएं हैं।
  • कंपनी का 5 हजार करोड़ का टर्नओवर : ट्राइडेंट कंपनी का सालाना टर्नओवर 5 हजार करोड़ रुपए से भी ऊपर का है। राजिंदर गुप्ता को पंजाब का धीरूभाई अंबानी भी कहा जाता है। कंपनी टॉवेल, बेडशीट और कॉटन पेपर बनाती है। ट्राइडेंट में तैयार हो रहे उत्पाद आज देश के अलावा विदेश में एक्सपोर्ट हो रहे हैं। हाल ही में USA में भी कंपनी ने अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई थी, जहां विदेशी ग्राहकों ने उत्पादों की सराहना की थी।
  • तिरुपति बालाजी मंदिर में दिए 21 करोड़: पिछले साल राजिंदर गुप्ता ने तिरूपति बालाजी मंदिर को 21 करोड़ रुपए दान किए थे। यह राशि राजिंदर गुप्ता ने तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के एसवी प्राणदान ट्रस्ट को सौंपी थी। इस मौके उनके परिवार के सदस्य भी मौजूद थे।
  • उद्योगपति के साथ समाजसेवी भी हैं गुप्ता : राजिंदर गुप्ता मशहूर उद्योगपति तो हैं ही, उसके साथ-साथ समाजसेवी भी हैं। वह कई धार्मिक और समाजसेवी संगठनों को दान देते हैं। कोरोना काल में भी ट्राइडेंट की तरफ से देश में लाखों PPT किटें और मास्क तैयार कर मुफ्त बांटे गए थे। इसके अलावा वे श्री काली माता मंदिर प्रबंधक कमेटी के चेयरमैन थे। इसके पद से भी उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।
  • पिता-पुत्र मिलकर संभाल रहे बिजनेस : ट्राइडेंट के मालिक राजिंदर गुप्ता और उनका बेटा अभिषेक गुप्ता मिलकर बिजनेस को संभाल रहे हैं। अभिषेक कंपनी में प्रबंध निदेशक के पद हैं। वह ब्रिटेन के वारविक विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। राजिंदर गुप्ता की एक बेटी नेहा गुप्ता है, जिसने लंदन के कैस बिजनेस स्कूल से फाइनेंस में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की है।
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