राहुल गांधी ने बुधवार को रूसी तेल खरीदने पर भारत पर 25% एक्स्ट्रा टैरिफ लगाने के लिए अमेरिका की आलोचना की। साथ ही इसे भारत सरकार को अनुचित व्यापार समझौते के लिए धमकाने के लिए इकोनॉमिक ब्लैकमेल करार दिया।
सोशल मीडिया X पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए लिखा कि पीएम को अपनी कमजोरी को भारतीय लोगों के हितों पर हावी नहीं होने देना चाहिए।
राहुल का यह बयान अमेरीकी प्रेसिडेंट ट्रम्प के भारत पर 25% एक्स्ट्रा टैरिफ लगाने के ऐलान के बाद आया है।इससे पहले 30 जुलाई को भारत पर 25% टैरिफ का ऐलान किया था।
इससे जुड़े एग्जीक्यूटिव ऑर्डर में कहा गया है कि रूसी तेल खरीद की वजह से भारत पर यह एक्शन लिया गया है। यह आदेश 21 दिन बाद यानी 27 अगस्त से लागू होगा।
हालांकि भारत ने अमेरिका के कदम को अनुचित बताते हुए रद्द कर दिया है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हम अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएंगे।
राहुल ने डेड इकोनॉमी वाले बयान का समर्थन किया था
इससे पहले 3 अगस्त को ट्रम्प के भारतीय अर्थव्यवस्था को डेड इकोनॉमी (मृत अर्थव्यवस्था) बताने पर कहा था कि मुझे खुशी हुई कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने फैक्ट बताया है। राहुल ने संसद के बाहर मीडिया के सवाल के जवाब में कहा था- पूरी दुनिया जानती है कि भाजपा ने अडाणी की मदद के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। ट्रम्प सही कह रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री को छोड़कर सभी जानते हैं कि भारत की इकोनॉमी डेड है।
इसके बाद राहुल ने X पर पोस्ट में लिखा था कि भारत की इकोनॉमी मर चुकी है। इसे मोदी ने मार दिया। पहला- मोदी-अडाणी की पार्टनरशिप, दूसरा- नोटबंदी और खामियों वाला GST, तीसरा- ‘असेंबल इन इंडिया’ फेल रहा (राहुल मेक इन इंडिया को असेंबल इन इंडिया कहते हैं), चौथा- MSMEs यानी छोटे-मध्यम उद्योग खत्म हो गए और पांचवां किसानों को दबा दिया गया। मोदी ने भारत के युवाओं का भविष्य खत्म कर दिया, क्योंकि नौकरियां नहीं हैं।
क्या है ट्रम्प का 50% टैरिफ वाला एग्जीक्यूटिव ऑर्डर
ट्रम्प के एग्जीक्यूटिव ऑर्डर में लिखा है कि भारत सरकार प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तरीके से रूस से तेल आयात कर रही है। ऐसे में अमेरिका में दाखिल होने वाले भारत के सामानों पर 25% एक्स्ट्रा टैरिफ लागू होगा।
हालांकि कुछ खास परिस्थितियों में इस टैरिफ से छूट भी दी जाएगी जैसे कि यदि कोई सामान पहले ही समुद्र में लद चुका है और रास्ते में है, या यदि वह कुछ खास तारीख से पहले अमेरिका में पहुंच चुका है।