हिसार में डोभी ग्राम पंचायत के सरपंच आजाद सिंह हिन्दुस्तानी को जान से मारने की धमकी मिली है। असल में सरपंच को रात में सूचना मिली थी कि गांव के जोहड़ से 5 ट्रैक्टर और जेसीबी से मिट्टी निकाली जा रही है। वे मौके पर पहुंचे तो एक ट्रैक्टर मिला, जिसकी चाबी निकली हुई थी।
सरपंच ने ट्रैक्टर को सुबह तक रोकने की बात कही। इस पर ट्रैक्टर चालक ने अपने साथियों को बुला लिया। आरोप है कि इन लोगों ने सरपंच के साथ गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी।
सरपंच ने बालसमंद पुलिस में दी शिकायत में रणधीर सहारण, पप्पू सहारण, बलवान जांगड़ा, रजनीश और अन्य लोगों पर धमकी देने का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बता दें कि सरपंच ने 6 दिन पहले भव्य बिश्नोई के साथ गांव में सड़क का उद्घाटन किया था। कल्टीवेटर पर यह उद्घाटन करवाया गया तो काफी सुर्खियों में रहा था।
सरपंच ने अपनी शिकायत में लगाए कई तरह के आरोप…
1. मुझे शिकायत मिली मैं मौके पर गया : आजाद सिंह ने कहा कि रात साढ़े 8 बजे एक नंबर से फोन आया। मैं मौके पर गया तो एक ट्रैक्टर ट्राली मिट्टी की भरी हुई थी और 5 ट्रैक्टर और जेसीबी मौके से जा चुकी थी। मौके पर खड़े चालक से मैंने चाबी छीनी ली। इसके बाद उसने अपने और साथियों को फोन कर मौके पर बुला लिया। इसके बाद उन लोगों ने मुझसे जबरदस्ती चाबी छीन ली और कहने लगे तेरे से जो होता है वो कर ले।
2. डायल 112 व एसपी को फोन किया : आजाद सिंह ने शिकायत में लिखा कि मैंने इसके बाद डायल 112, पुलिस चौकी इंचार्ज और हिसार एसपी को फोन किया मगर कहीं मेरी सुनवाई नहीं हुआ। सरपंच ने कहा कि ग्राम पंचायत डोभी की ओर से मैं प्रार्थना करता हूं मेरी सुनवाई की जाए।
3. धमकाने वालों पर कार्रवाई की जाए : डोभी सरपंच ने कहा कि रणधीर सहारण, पप्पू सहारण, बलवान जांगड़ा, रजनीश गिल और अन्य के खिलाफ गालियां देने और जान से मारने की धमकी देने के बारे में कार्रवाई की जाए। सरपंच बताया कि उसने 6 बार डायल 112 पर कॉल की। इसके 47 मिनट बाद पुलिस मौके पर पहुंची। सरपंच ने बताया कि हिसार पुलिस अधीक्षक और गृह मंत्रालय में भी कई बार कॉल की लेकिन मौके पर मदद नहीं मिली।
उद्घाटन कार्यक्रम से सुर्खियों में आए थे सरपंच
बता दें कि हाल ही में गांव डोभी के सरपंच आजाद सिंह कल्टीवेटर पर गली निर्माण का उद्घाटन करवाकर सुर्खियों में आए थे। इस कार्यक्रम में पूर्व विधायक भव्य बिश्नोई शामिल हुए थे। मामला तूड़ पकड़ने के बाद सरपंच और पूर्व विधायक की किरकिरी हुई थी।
इसके बाद आनन-फानन में उद्घाटन पत्थर को दीवार में फिक्स करवाया गया था। इस पर आजाद सिंह ने भव्य बिश्नोई के ऑफिस पर लेट सूचना देने की बात कही थी। सरपंच ने कहा था कि एक दिन पहले ही उनको सूचना दी गई थी जिसके कारण पत्थर लगवाने का समय नहीं मिल पाया।