अमेरिका में तेल की डिमांड में बढ़ोत्तरी की आशा बुधवार को ईरान से कच्चे तेल की आपूर्ति में दिक्कत की आंशका पर भारी पड़ी। इससे बुधवार को कच्चे तेल की कीमत में इजाफा देखने को मिला। जुलाई कॉन्ट्रैक्ट वाला ब्रेंट क्रूड का फ्यूचर 44 सेंट या 0.60 फीसद की तेजी के साथ 69.09 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह जुलाई कॉन्ट्रैक्ट वाले वेस्ट टेक्सास इंटरमीडियट (WTI) क्रूड का भाव 28 सेंट या 0.40 फीसद के इजाफे के साथ 66.35 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेंड कर रहा था।
दोनों बेंचमार्क में मंगलवार को भी बढ़ोत्तरी देखने को मिली थी और दोनों की कीमत एक हफ्ते के सबसे उच्च स्तर पर पहुंच गई थी। नार्दर्न हेमिस्फेयर में समर ड्राइविंग सीजन व कोरोनावायरस से जुड़ी पाबंदियां घटाए जाने से डिमांड में बढ़ोत्तरी की उम्मीदों को बल मिला है।
अमेरिका के पेट्रोलियम इंस्टीट्युट के आंकड़ों का हवाला देते हुए बाजार से जुड़े दो सूत्रों ने कहा कि पिछले सप्ताह अमेरिकी क्रूड ऑयल और तेल की इंवेंट्री में कमी दर्ज की गई।
सूत्रों ने बताया कि 21 मई को समाप्त सप्ताह में क्रूड स्टॉक में 439,000 बैरल की कमी देखी गई। डेटा के मुताबिक गैसोलीन इंवेंट्री में 20 लाख बैरल की कमी रिकॉर्ड की गई।
कमोडिटीज ब्रोकरेज हाउस Fujitomi Co के चीफ एनालिस्ट कुजिको साइतो ने बताया, ”API डेटा अच्छा था।”
उन्होंने इस बात का अनुमान जाहिर किया कि इस बात की उम्मीद बढ़ी है कि ईंधन की कीमत रिकवरी हो रही है और इस वजह से तेल की कीमत 70 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकती है।