डीसीजीआई चीफ वीजी सोमनी ने भारत में कोविड-19 वैक्सीन की मंजूरी और इसको लेकर दी गई गाइडेंस पर नोटिस जारी किया है। इनमें उन वैक्सीन के बारे में कहा गया है जिनको अमेरिका का एफडीए, इएमए, ब्रिटेन का एमएचआरए और पीएमडीए और जापान पहले ही सीमित उपयोग के लिए या आपात स्थिति के लिए कहा चुका है और या फिर ऐसी वैक्सीन जो विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इमरजेंसी सेवा में इस्तेमाल के लिए सूचीबद्ध की हैं, या वो वैक्सीन जिनका फायदा पहले से ही लाखों लोग उठा चुके हों, उन्हें भी जांचा और परखा जाएगा। विदेशों से आने वाली हर वैक्सीन के लिए ये काम कसौली स्थित सेंट्रल ड्रग्स लैब करेगी। हालांकि जिन वैक्सीन को देश की नेशनल कंट्रोल लैब सर्टिफाइड कर चुकी होगी उन्हें इससे छूट मिल सकेगी।
कसौली स्थित लैब सभी स्टेंडर्ड प्रोटोकॉल के मुताबिक इनकी जांच करेगी। किसी भी वैक्सीन को अधिक लोगों को देने से पहले इसको सौ लोगों पर टेस्ट करके करीब सात दिनों तक देखा जाएगा। इसके बाद जो नतीजे आते हैं उसके बाद इसके आगे की प्रक्रिया को शुरू किया जा सकेगा। आपको बता दें कि डीसीजीआई ने ताजा नोटिस में अपने पुराने नोटिस जोइसमें कहा गया है कि भारत में टीकाकरण की जरूरत को देखते हुए और हाल ही में सामने आए कोरोना संक्रमण के मामलों के मद्देनजर वैक्सीन की अतिरिक्त खुराकों की जरूरत है। इसके लिए ये भी जरूरत है कि इन वैक्सीन कोविदेशों से मंगवाया जाए और साथ ही वैक्सीन के उत्पादन में भी देश में तेजी लाई जाए। 15 अप्रैल को जारी किया था, में कुछ बदलाव किए हैं।