दुनिया भर में हर रोज मौसम बदल रहा है, बदलते मौसम से चक्रवाती तूफान और बाढ़ की स्थिती ने सबको परेशानी में डाल रखा है। चीन, यूरोप के कई मुल्कों और अमेरिका समेत दुनिया के कई देख इस समय बाढ़ का सामना कर रहे हैं। चीन इस समय 1,000 साल में सबसे अधिक बारिश का सामना कर रहा है। तो वहीं यूरोप 100 साल में सबसे भयंकर बाढ़ का सामना कर रहा है। यूरोप के कई मुल्कों में जैसे जर्मनी, स्विट्जरलैंड, स्पेन, बेल्जियम, नीदरलैंड और लक्जमबर्ग में बारिश ने कहर बरपा रखा है।
चीन की सरकारी सिन्हुआ एजेंसी ने स्थानीय सरकार का हवाला देते हुए बताया कि पीली नदी के किनारे 12 मिलियन से अधिक की आबादी वाले झेंग्झौ में, बाढ़ से अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 100,000 लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में पहुंचाया गया है। चीन के मौसम विशेषज्ञों का कहना हैं कि चीन के इतिहास में 1,000 वर्षों में यह सबसे भारी बारिश थी।
अमेरिका के लोगों ने भी बाढ़ से आई मुसीबत का सामना किया है। वाशिंगटन में जबरदस्त बारिश के कारण जगह-जगह जलजमाव देखने के मिला था। यहां कुछ दिनों पहले ही कई चक्रवाती तूफान भी देखने को मिले थे।
बाढ़ से यूरोप के देशों की हालत –
1.जर्मनी –
जर्मनी को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ हैं। जहां मरने वालों का आकड़ा 100 से अधिक पहुंच गया है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के लगभग 1300 लोग लापता हो चुके है। जर्मनी के ग्रामीण इलाकों में सबसे अधिक नुकसान हुआ है। वित्त मंत्री ओलाफ़ स्कोल्ज़ ने एक बायान में बताया था कि बाढ़ से नुकसान की भरपाई के लिए 300 मिलियन यूरो की जरूरत होगी।
2.स्विट्जरलैंड
स्विट्जरलैंड में बारिश के कारण ल्यूसर्न, थून और बासेल झील और आरे नदी में पानी भर गया है, जिससे लोगों को खतरा महसूस हो रहा है। एसोसिएशन ऑफ कैंटोनल बिल्डिंग इंश्योरर्स के अनुसार स्विट्जरलैंड में करीब 490 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है।
3.बेल्जियम
बेल्जियम में भी बाढ़ ने लोगों को प्रभावित किया है। बेल्जियम में लगभग 20 लोगों की मौत हुई है। यहां पर सेना राहत और बचाव के कार्य में लगी हुई है। बेल्जियम में राष्ट्रीय शोक दिवस घोषित किया है।
4. नीदरलैंड
नीदरलैंड में हुई भारी बारिश को देखते हुए सरकार ने नदी किनारे गांवों और कस्बों से लोगों को अपना घर छोड़कर किसी सुरक्षित जगह जाने के लिए कहा है।
5. लक्ज़मबर्ग
लक्ज़मबर्ग में भारी बारिश की वजह से बाढ़ जैसी स्थिती पैदा हो गए हैं। बारिश के पानी से देश में भारी क्षति हुई है, लेकिन यहां स्थिति नियंत्रण में है।