पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर पीएम मोदी समेत दिग्‍गज सियासी हस्तियों ने जताई शोक संवेदना, जानें किसने क्‍या कहा

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का शनिवार को निधन हो गया। कुछ दिनों से कल्याण सिंह की तबीयत नाजुक बनी हुई थी। उन्होंने 89 साल की उम्र में SGPGI लखनऊ में आखिरी सांस ली। बीते 21 जून को सांस लेने में तकलीफ के चलते उन्‍हें लखनऊ के लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर चार जुलाई को उन्‍हें पीजीआइ में भर्ती कराया गया था। राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह समेत दिग्‍गज सियासी हस्तियों ने कल्याण सिंह के निधन पर शोक संवेदना प्रकट की है।

यूपी के विकास में अमिट योगदान : पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के सांस्कृतिक उत्थान में योगदान के लिए आने वाली पीढ़ियां हमेशा कल्‍याण सिंह की आभारी रहेंगी। मैं उनके निधन से मैं निशब्द हूं। कल्याण सिंह…राजनेता, वरिष्ठ प्रशासक, जमीनी नेता और बहुत अच्छे इंसान। उत्तर प्रदेश के विकास में वह अमिट छाप छोड़ गए हैं। भारतीय मूल्यों में उनकी गहरी आस्था थी और हमारी सदियों पुरानी परंपराओं पर गर्व किया करते थे। कल्याण सिंह जी ने समाज के पिछड़े और वंचित वर्ग के करोड़ों लोगों को आवाज दी और किसानों, युवाओं और महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में कई प्रयास किए।

जनता से जादुई जुड़ाव वाले नेता

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि कल्याण सिंह का जनता से जादुई जुड़ाव था। यूपी के सीएम के रूप में, उन्होंने साफ राजनीति की और अपराधियों और भ्रष्टाचार को खत्म किया। वे जिस पद पर भी रहे उन्होंने उस पद की शोभा बढ़ाई। उनके निधन से सार्वजनिक जीवन में एक खालीपन आ गया है।

जनकल्याणकारी शासन दिया : गृह मंत्री अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा- कल्याण सिंह जी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी कर्तव्यनिष्ठा व राजनीतिक कौशल से सुशासन की संकल्पना को साकार कर जनता को भय व अपराध से मुक्त एक जनकल्याणकारी शासन दिया। उन्‍होंने शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व सुधार कर आने वाली सरकारों के लिए उत्कृष्ट आदर्श भी स्थापित किए। जन-जन के हृदय में बसने वाले प्रखर राष्ट्रवादी आदरणीय कल्याण सिंह जी जैसा महान व्यक्तित्व ढूंढने पर विरले ही मिलता है। बाबूजी ने अपनी कर्मठता से विभिन्न संवैधानिक पदों पर रहते हुए किसान, गरीब और वंचित वर्ग को विकास की मुख्यधारा से जोड़कर देश की प्रगति में अपना अनुपम योगदान दिया।