CA कंप्लीट करने के लिए 9 यूजफुल टिप्स:रिसर्च का दायरा बढ़ाएं, टाइम-टेबल जरूर बनाएं; थ्योरी पेपर्स पर भी दें ध्यान

टरनेट पर देखा तो CA का मतलब मिला ‘कैन डू एटीट्यूड’ और ‘चक्र ऑफ एम्बिशन’, फिर और गहरे देखा तो मिला ‘चैलेंज इट, अचीव इट’।

करिअर फंडा में स्वागत!

जनरल बनाम स्पेशल (Generalised vs. Specialised)

एक सवाल जो कई छात्रों ने मुझसे हमेशा पूछा है ‘MBA करें या CA?’ तो मैं कहता हूं दोनों ही कर लो। मजाक नहीं, मेरे कुछ स्टूडेंट्स ने दोनों किए हैं, लेकिन ये हर किसी के लिए मुमकिन नहीं। तो फर्क क्या है दोनों में?

MBA में आप जनरल एक्सपर्ट बनते हैं, और CA में एक स्पेशलाइज्ड एक्सपर्ट, जो कंपनी फाइनेंस पर बेहद गहरी पकड़ रखता है। दोनों का अपना अलग-अलग महत्व है।

जबरदस्त डिमांड वाला करिअर

चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) बनना भारत में सबसे अधिक मांग वाले करिअर में एक है। यह पेशा कठोर प्रशिक्षण (सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों), जीवन भर कड़ी मेहनत, समर्पण और ईमानदारी की मांग करता है। चार्टर्ड एकाउंटेंट बनने में 3.5-5 साल लगते हैं और ये कोर्स करने वाले की क्षमता पर निर्भर करता है कि ये समय मौज-मस्ती वाला हो या तनाव से भरा।

कोई CA वैधानिक ऑडिट करने के लिए भारत सरकार द्वारा कानूनी रूप से अधिकृत व्यक्ति होता है। इसलिए अधिकतर मामलों में CA ही वह व्यक्ति होता है जो घोटालों को रोकता है और CA ही वह व्यक्ति भी होता है जो मैनेजमेंट के साथ मिलकर गड़बड़ भी कर सकता है (उदाहरण सत्यम कंप्यूटर घोटाला)।

फायदा क्या है CA करने का

1) आप एक वैधानिक रूप से डिमांड वाले प्रोफेशनल बन जाते हैं, क्योंकि कुछ काम सरकारी नियम से सिर्फ आपको मिलेंगे।

2) समाज में इस प्रोफेशन का सम्मान अच्छा है, और आय भी अच्छी होती है।

3) फाइनेंस पर पकड़ तगड़ी होने से अनेकों CA अपने खुद के व्यापार अच्छे से कर पाते हैं।

4) तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में जितनी तेजी से कॉम्पिटिशन बढ़ता है, कंपनियों में CA की डिमांड भी बढ़ती जाती है।

परीक्षा कैसी होती है, CA कैसे बनते हैं

1) सरल शब्दों में कहूं तो दो रास्ते हैं: (1) फाउंडेशन कोर्स से, और (2) डायरेक्ट एंट्री से। पहले में पांच साल तक लगते हैं, और दूसरे में चार साल।

2) पहले रूट में बारहवीं की परीक्षा और फाउंडेशन एग्जाम क्लियर करने के बाद CA इंटरमीडिएट कर सकते हैं, फिर आर्टिकलशिप और फिर CA फाइनल। दूसरे रूट में डायरेक्ट एंट्री से आप सीधे CA इंटरमीडिएट करेंगे, फिर आर्टिकलशिप और फिर CA फाइनल।

3) हर साल, इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) दो बार (आमतौर पर जून और दिसंबर में) CA कोर्स करने वाले उम्मीदवारों के लिए परीक्षा आयोजित करता है। ये परीक्षाएं विभिन्न स्तरों यानी फाउंडेशन, इंटरमीडिएट और फाइनल में आयोजित की जाती हैं। CA कोर्स में अप्लाई करने के लिए कोई आयु सीमा नहीं होती है।

कैसे करे सफल तैयारी: 9 यूजफुल टिप्स

आज मैं आपको इस कोर्स की तैयारी करते समय ध्यान रखने योग्य कुछ बुनियादी बातों के बारे में बताऊंगा।

1) रिसर्च का दायरा बढ़ाएं: चुनिंदा विषयों का अध्ययन करके यह परीक्षा पास करना कठिन है। पूरे कोर्स में हर एक विषय का अच्छी तरह से अध्ययन किया जाना चाहिए। यह न केवल परीक्षा पास करने में मदद करेगा, बल्कि बाकी के करिअर के लिए ज्ञान के भंडार के रूप में भी काम करेगा।

2) उचित टाइम टेबल: अपने दिन को 4 घंटे के 4 स्लॉट में बांटें। उन विषयों का चयन करें जिनके बारे में आप सबसे ज्यादा आश्वस्त हैं। यदि आप किसी प्रश्न को हल करने में किसी समस्या का सामना कर रहे हैं, तो उस प्रश्न पर अपना समय बर्बाद न करें और उस प्रश्न को अपने टीचर्स या दोस्तों के साथ चर्चा के लिए बुकमार्क कर लें।

3) लक्ष्य को मैनेजेबल पार्ट्स में बांटें: क्योंकि CA परीक्षा इतनी बड़ी है, आप इसे एक ही बैठक में पूरा नहीं कर पाएंगे। प्रत्येक भाग के लिए समान समय दें और उन सभी को समाप्त करें। अपने आप के लिए एक डेली या वीकली लक्ष्य निर्धारित करें और उस पर टिके रहें।

4) थ्योरी पेपर जरूरी हैं: चाहे थ्योरी हो या प्रैक्टिकल विषय, गहन अध्ययन बहुत महत्वपूर्ण है। सभी विषयों को पूरा करने के बाद, आपको रिवीजन के लिए समय देना पड़ सकता है। आमतौर पर, छात्र थ्योरी सब्जेक्ट्स को पर्याप्त वेटेज नहीं देते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि थ्योरी सब्जेक्ट्स को पढ़ना आसान है।

5) एक अच्छी कोचिंग क्लास चुनें: हालांकि ICAI द्वारा दिया गया मटेरियल बढ़िया होता है, लेकिन किसी विशेषज्ञ कोच से गाइडेंस लें जो कॉन्सेप्ट्स को आसान तरीके से समझाने में सक्षम हो। प्रत्येक विषय के लिए एक एक्सपर्ट की कक्षाएं कॉन्फिडेंस बढ़ाने में मदद करेंगी।

6) आर्टिकलशिप की भूमिका: जब आप CA फाइनल में हों, तो कृपया अपने आर्टिकलशिप को बहुत गंभीरता से लें। आर्टिकलशिप प्रशिक्षण चार्टर्ड एकाउंटेंट की संरचना को खातों, टैक्सेशन या ऑडिट में हर पहलू का व्यावहारिक अनुभव देकर हेल्प करती है।

7) शॉर्ट नोट्स: CA के छात्रों को महत्वपूर्ण विषयों और प्रश्नों को लिखने के लिए CA परीक्षा की तैयारी करते समय हमेशा एक नोटबुक और पेन रखना चाहिए। अपने हाथ से नोट्स लिखने से आपको परीक्षा से पहले महत्वपूर्ण विषयों या प्रश्नों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है, ताकि आपका महत्वपूर्ण समय बर्बाद न हो।

8) डायरेक्ट और इनडायरेक्ट टैक्सेस से अवगत रहें: चार्टर्ड एकाउंटेंट के पाठ्यक्रम का अध्ययन करते समय, सरकार द्वारा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों में किए गए विभिन्न अन्य परिवर्तनों से भी खुद को अपडेट रखें। अपडेट करने का सबसे अच्छा तरीका मासिक पत्रिकाएं पढ़ना, समाचार चैनल देखना आदि है।

9) प्रैक्टिस जरूरी है: आप जितनी अधिक प्रैक्टिस करेंगे, आपकी तैयारी उतनी ही बेहतर होगी। आपको कम से कम अपने पाठ्यक्रम को दो से तीन बार रिवाइज करना चाहिए, ताकि आपको वह सब कुछ याद रहे जो आपने पढ़ा है और आप अपने मजबूत और कमजोर क्षेत्रों को भी जाने।

एक बात और: बदलती दुनिया में CA को भी सतत ट्रेनिंग लेनी पड़ती है, नए-नए प्रोग्राम के जरिए।