उत्तर भारत में पड़ रही ठंड के साथ कोहरे का असर सड़क, रेल और हवाई यातायात पर भी पड़ने लगा है। बुधवार को भी दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत के कई राज्यों में कोहरे का असर दिखा। उत्तर रेलवे द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक, कोहरे के चलते दिल्ली आने वाली 20 से अधिक ट्रेनें देरी से चल रही हैं।
देरी से चलने वाली दिल्ली की ट्रेनें
- अगरतला-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस-1.31 घंटे
- हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस-1.42 घंटे
- बेंगलुरु-नई दिल्ली कर्नाटक एक्सप्रेस-1.05 घंटे
- भुवनेश्वर-नई दिल्ली एसी एक्सप्रेस-44 मिनट
- सियालदह-नई दिल्ली एसी एक्सप्रेस-1.30 घंटे
- हजूर साहिब नांदेड़-अमृतसर सचखंड एक्सप्रेस-48 घंटे
- कानपुर सेंट्रल-नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस-1.16
- जम्मूतवी-पुणे झेलम एक्सप्रेस-28 मिनट
- इस्लामपुर-नई दिल्ली त्योहर विशेष-1.42 घंटे
- त्रिवेंद्रम सेंट्रल-नई दिल्ली केरल एक्सप्रेस-43 घंटे
- डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस-21 मिनट
- लखनऊ-नई दिल्ली गोमती एक्सप्रेस-30 मिनट
- खजुराहो-कुरुक्षेत्र गीता जयंती एक्सप्रेस-16 मिनट
- मुंबई सेंट्रल-हजरत निजामुद्दीन अगस्त क्रांति राजधानी एक्सप्रेस-18 मिनट
- मुंबई सीएसएमटी-हजरत निजामुद्दीन राजधानी एक्सप्रेस-1.02 घंटे
- वलसाड-हरिद्वार एक्सप्रेस-41 मिनट
- कोटा-हजरत निजामुद्दीन जनशताब्दी एक्सप्रेस-36 मिनट
- एर्नाकुलम-हजरत निजामुद्दीन मंगला लक्षद्वीप एक्सप्रेस-56 घंटे
-
- बरेली-भुज त्योहर विशेष-17 मिनट
- बठिंडा-पुरानी दिल्ली त्योहार विशेष-16 मिनट
- श्रीगंगानगर-पुरानी दिल्ली त्योहर विशेष त्योहर विशेष-20 मिनट
वहीं, इससे पहले मंगलवार को कोहरे के कारण आइजीआइ एयरपोर्ट पर उड़ानों का संचालन प्रभावित हुआ है। मंगलवार को एयरपोर्ट से जाने और आने वाली 50 से ज्यादा उड़ानों का संचालन देरी से हुआ। वहीं, बेंगलुरु से आ रही एक उड़ान को डायवर्ट किया गया। इससे यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। एयरपोर्ट अधिकारी के मुताबिक ज्यादातर उड़ानों के प्रभावित होने की वजह तकनीकी अथवा गंतव्य एयरपोर्ट पर खराब मौसम था।
आइजीआइ एयरपोर्ट मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार की सुबह 5.30 बजे एयरपोर्ट पर दृश्यता 200 मीटर थी, जो कोहरा गहराने से 8.30 बजे शून्य हो गई। हालांकि इस दौरान रनवे पर दृश्यता का स्तर 100 मीटर के करीब था। दृश्यता कम होने पर तकनीक के माध्यम से उड़ानों का संचालन शुरू किया गया। हालांकि, पायलट के कैट-3 तकनीक से प्रशिक्षित नहीं होने के कारण बेंगलुरु से आ रही एक उड़ान को डायवर्ट कर जयपुर में उतारा गया।
वहीं, 50 से ज्यादा विमानों ने देरी से उड़ान भरी या उतरे। सुबह 10 बजे ²श्यता में सुधार होने पर उड़ानों का सामान्य संचालन शुरू किया गया। सबसे ज्यादा प्रभाव लेह, श्रीनगर, जम्मू, अमृतसर, जयपुर व चंडीगढ़ की उड़ानों पर पड़ा।