हरियाणा में बॉन्ड पॉलिसी का विरोध कर रहे MBBS स्टूडेंट्स के समर्थन में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) भी उतर आई है। आज IMA ने निजी अस्पतालों में OPD सेवाएं बंद रखने का फैसला लिया है। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन भी हड़ताली स्टूडेंट्स को अपना समर्थन दे चुकी है।
बता दें कि रोहतक और करनाल में MBBS स्टूडेंट्स बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में भूख हड़ताल पर चले हुए हैं। सरकार के साथ कई बार की वार्ता होने के बावजूद कोई समाधान नहीं निकला है।
सुबह 8 से रात 8 बजे तक OPD बंद
IMA के आह्वान पर आज सुबह 8 से रात 8 बजे तक जिले भर के प्राइवेट अस्पताल बंद रहेंगे। अबकी बार IMA ने OPD बंद रखने का फैसला लिया है। निजी अस्पताल बंद होने से मरीजों को भारी परेशानी झेलनी पड़ेगी।
4 साल में 40 लाख कराने होंगे जमा
सरकार द्वारा लागू की गई पॉलिसी के तहत MBBS स्टूडेंट को प्रतिवर्ष 9.20 लाख रुपए जमा करवाने होंगे। वहीं, 80 हजार रुपए फीस। जिस लिहाज से सभी भावी डॉक्टरों को प्रति वर्ष 10 लाख रुपए जमा करवाने पड़ रहे हैं। नई पॉलिसी आने के कारण सभी MBBS स्टूडेंट्स को 4 साल में कुल 40 लाख रुपए जमा करवाने होंगे।
बॉन्ड पॉलिसी थोप रही सरकार
IMA के जिला प्रधान डॉ. अशोक सारवाल का कहना है कि सरकार MBBS स्टूडेंट्स पर बॉन्ड पॉलिसी थोप रही है, जोकि गलत है। IMA आज स्टूडेंट्स के समर्थन में अस्पताल बंद रख बॉन्ड पॉलिसी का विरोध जता रही है। कहा कि MBBS की पढ़ाई पूरी करने के बाद हर साल 2 हजार डॉक्टर तैयार हो रहे हैं, क्या सरकार सभी को नौकरी दे सकती है। डॉ. सारवाल ने कहा कि सरकार को दोबारा से मंथन करना चाहिए।