भारतीय सेना ने बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में सीमावर्ती क्षेत्रों में 130 गांवों की पहचान की है। सेना की पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलिता ने शुक्रवार को कहा कि LAC के पास आदर्श गांवों के विकास का उद्देश्य ‘रिवर्स माइग्रेशन’ सुनिश्चित करना है और लोगों को बेहतर संभावनाओं के लिए क्षेत्र काे छाेड़कर जाने से रोकना है।
अरुणाचल के काहाे गांव से हुई शुरुआत
कमांडर ने कहा कि सेना ने जिन गांवों को चुना है उन 130 गांवों में से 28 सिक्किम में हैं, बाकी अरुणाचल प्रदेश में हैं। अरुणाचल के काहाे गांव में याेजना का काम शुरू भी हाे चुका है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के करीब चीन नागरिक बस्तियों को बढ़ा रहा है। चीन की सीमा से लगे प्रमुख इलाकों में सड़क और दूरसंचार नेटवर्क विकसित करने के लिए काफी काम चल रहा है। केंद्र के अलावा, अरुणाचल सरकार भी आदर्श गांवों का विकास कर रही है।
कमांडर ने कहा कि सेना ने जिन गांवों को चुना है उन 130 गांवों में से 28 सिक्किम में हैं, बाकी अरुणाचल प्रदेश में हैं। अरुणाचल के काहाे गांव में याेजना का काम शुरू भी हाे चुका है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के करीब चीन नागरिक बस्तियों को बढ़ा रहा है। चीन की सीमा से लगे प्रमुख इलाकों में सड़क और दूरसंचार नेटवर्क विकसित करने के लिए काफी काम चल रहा है। केंद्र के अलावा, अरुणाचल सरकार भी आदर्श गांवों का विकास कर रही है।
एलएसी से 100 किलोमीटर के भीतर किसी भी बुनियादी ढांचे के विकास के लिए मंजूरी के लिए ‘सिंगल विंडो सिस्टम’ बनाने पर काम चल रहा है। रेग्युलेटरी परमिशन हासिल करने में देरी होने से मेजर प्रोजेक्टस् पर काम करने में देर काे देखते हुए यह पहल की गई है।