क्रिसमस व नए वर्ष के आगमन को देखते हुए इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर यात्रियों का आवागमन पिछले एक सप्ताह से लगातार बढ़ रहा है। एयरपोर्ट सूत्रों का कहना है कि तीनों टर्मिनल को जोड़कर अब यात्रियों की आवाजाही दो लाख की संख्या को पार कर चुकी है। अभी यह संख्या और बढ़ने की पूरी संभावना है।
खास बात यह है कि अभी एयरपोर्ट पर आगमन से अधिक प्रस्थान करने वाले यात्रियों की संख्या है। पूर्व के वर्षों के पैटर्न को देखते हुए एयरपोर्ट संचालन से जुड़ी एजेंसियां यह मान रही हैं कि एक जनवरी के बाद यह प्रस्थान से अधिक आगमन वाले यात्री यहां होंगे। यात्रियों की बढ़ रही संख्या को देखते हुए एयरपोर्ट संचालन से जुड़ी सभी एजेंसियां अपने अपने स्तर पर तैयारी में जुटी हैं।
आगमन से ज्यादा प्रस्थान पर दिया जा रहा ध्यान
एयरपोर्ट संचालन से जुड़ी एजेंसी डायल के सूत्रों का कहना है कि अभी आगमन से ज्यादा प्रस्थान पर ध्यान दिया जा रहा है। सबसे अधिक ध्यान इस बात की ओर दिया जा रहा है कि प्रस्थान के फोरकोर्ट पर यात्रियों को प्रवेश द्वार पर अधिक इंतजार नहीं करना पड़े। डायल सूत्रों का दावा है कि प्रवेश द्वार पर व्यस्त समय को छोड़ दें तो अधिकतम पांच से सात मिनट का इंतजार यात्रियों को करना पड़ रहा है।
डायल की कोशिश है कि घरेलू उड़ान के लिए यहां पहुंचे अधिक से अधिक यात्री डिजियात्रा एप का इस्तेमाल करें। इसके लिए प्रवेश द्वार संख्या दो पर दो फ्लैप गेट बनाए गए हैं। लेकिन समस्या यह है कि अधिकांश समय यहां का एक ही गेट काम करता है। इस तकनीकी समस्या को दूर किया जा रहा है।
दोनों गेट सुचारु तरीके से काम करते रहें इसके लिए यहां तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम की तैनाती की गई है, जो हेल्प डेस्क पर हमेशा मौजूद रहते हैं। इसके अलावा मार्शल की भी तैनाती की गई है। मार्शल यात्रियों की परेशानियेां को दूर करने के लिए जरूरी सुझाव व तकनीकी मदद करके लिए यहां तैनात किए गए हैं। इनकी संख्या जरूरत पड़ने पर बढ़ाई जा सकती है।
एयरपोर्ट पर सुरक्षा से जुड़ी सरकारी एजेंसी सीआइएसएफ का कहना है कि पिछले दिनों केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के दौरे के बाद एयरपोर्ट पर सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाई गई है। यह संख्या इतनी है कि अभी हाल फिलहाल कोई दिक्कत नहीं आएगी। बावजूद यदि जरूरत होगी तो सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाने पर विचार किया जाएगा।