यूपी एसटीएफ ने बाराबंकी के कुर्सी थाने के हिस्ट्रीशीटर अरशद हुसैन को क्षेत्र पंचायत सदस्य से रंगदानी मांगने और फर्जी नाम से वोटर कार्ड बनवाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। अरशद को STF ने बुधवार को विकास नगर थाने के पास से उठाया था। गुरुवार देर शाम पूछताछ के बाद जेल भेज दिया।
लखनऊ में इंदिरानगरी कॉलोनी में परिवार के साथ रहकर कर रहा था ठगी
STF के डिप्टी एसपी दीपक सिंह ने बताया कि अरशद की पत्नी बाराबंकी के अनवारी गांव की प्रधान है। मूल रूप से कुर्सी, अनवारी निवासी अरशद निरालानगर इंदिरानगरी कालोनी में वह परिवार के साथ रह रहा था। अरशद ने ऋषि द्विवेदी और भाई शराफत ने राजेश्वर सिंह के नाम से वोटर कार्ड भी बनवा रखे थे। वह गुड़ंबा थाने में दर्ज एक मुकदमे में भी वांछित था। उसके भाई शराफत अली ने भी वोटर कार्ड फर्जी नाम से बनवा लिया था। तभी से दोनों की तलाश चल रही थी।
अपराधी संजीव जीवा का साथी बताकर धमकाया
एसटीएफ के सामने अरशद ने कुबूला कि भाई शराफत माफिया संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा के सम्पर्क में रह चुका है। जीवा के एक साथी से मिलने अरशद हुसैन टेढ़ी पुलिया के पास आने वाला है। यहां एसटीएफ पहुंची तो पता चला कि उसे एक मामले में विकास नगर पुलिस ने बुलाया है। अभी तक की जांच में सामने आया है कि दोनों भाईयों ने रंगदारी से मिली रकम से अनवारी इलाके और उसके आस पास काफी जमीन खरीदी है।
क्षेत्र पंचायत सदस्य से मांगी थी रंगदारी, गुडंबा थाने में दर्ज है मुकदमा
एसटीएप के मुताबिक अरशद ने क्षेत्र पंचायत सदस्य अली अहमद से विवाद के हुआ था। इसके पीछे अरशद और भाई शराफत कई दिनों से अली को धमका कर रंगदारी मांगने की बात सामने आई थी। जिसका मुकदमा गुंडंबा थाने में दर्ज हुआ था।
पासपोर्ट बनवाने के लिए बनवाया फर्जी नाम से वोटर ID कार्ड
एसटीएफ की पूछताछ में सामने आया कि फर्जी नाम से वोटर कार्ड बनवाने के पीछे पासपोर्ट बनवाना था। अरशद ने बताया कि उन लोगों के खिलाफ कई मुकदमे होने से पासपोर्ट नहीं बन पा रहा था। इसलिये ही दूसरे नाम से फर्जी तरीके से वोटर कार्ड बनवाया था।